छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर में एसएस फाउंडेशन के द्वारा बेबीलोन होटल में मिस छत्तीसगढ़ प्रतियोगिता आयोजित की गई. जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से अनेक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. जिसमें जांजगीर चांपा जिले के अकलतरा नगर की रहने वाली पूजा टांडेकर को मिस छत्तीसगढ़ चुना गया है. अकलतरा के वार्ड नंबर 13 की रहने वाली पूजा टांडेकर की मां मितानीन और पिता छगनलाल जूता पालिश का कार्य करते हैं.
मिस छत्तीसगढ़ बनी पूजा टांडेकर खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय में कथक, थियेटर और लोकसंगीत की छात्रा है. उन्हें मिस इंडिया प्रतियोगिता में भाग लेकर छत्तीसगढ़ का नाम फैशन की दुनिया में आगे लाना है. वे अब तक दो छत्तीसगढ़ी फ़िल्में आखरी फैसला और नवा बिहान में हीरोइन रह चुकी है. एक फिल्म निर्माणाधीन हैं. उस फिल्म का नाम “दीवाना तोर नाम” के है नाम से जो जल्दी ही पूरी होकर रिलीज होगी.
ड्रेस डिजाइनिंग प्रतियोगिता में उनके द्वारा तैयार किया हुए ड्रेस डिजाइनिंग में भी दूसरा स्थान मिला है. उनके ड्रेस और उनके गहनों में छत्तीसगढ़ की झलक दिखाई देती है, उन्होंने प्रतियोगिता के लिए कानो में पहनने के लिए धान से बने झुमके बनाएं और गले में हार भी चांदी की ढार के साथ धान के बीजों से बना हार पहना हुआ था
और हाथों में ब्रेसलेट के रूप में कौड़ी की बनी हुई पहनी थी साथ ही उनके हरे रंग का गाऊन में छत्तीसगढ़ की गौरव गाथा थी जिसके लिए उन्होंने ड्रेस डिजाइनर प्रिया को धन्यवाद दिया है और साथ ही अपने जन्मदात्री मां के साथ उनकी हर पल साथ देने वाली मां उपासना वैष्णव का भी धन्यवाद दिया है.
पूजा टांडेकर के पिता छगनलाल बीएससी स्नातक की पढ़ाई किए हुए हैं लेकिन कोई नौकरी नहीं मिलने पर उन्होंने अपने पुश्तैनी धंधे जूता पालिश का कार्य करते हैं. बच्चों का पालन पोषण किया और उनकी मां मितानीन है, पूजा के दो भाई है एक छोटा एक बड़ा है.