mp news: केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की कट्टर समर्थक माने जाने वाली पूर्व मंत्री इमरती देवी ने एक बड़ा राज खोल दिया है। इमरती देवी ने बता दिया है कि आखिर क्यों पांच साल पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ वो और अन्य विधायक कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया व उनके समर्थक विधायकों के द्वारा भाजपा ज्वाइन करने के कारण करीब 5 साल पहले 20 मार्च 2020 को मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ था और कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई थी।
इमरती देवी ने खोला बड़ा राज
हमेशा अपने बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाली बीजेपी की पूर्व मंत्री इमरती देवी ने एक बड़ा राज खोल दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला बोलते वक्त इमरती देवी ने करीब 5 साल पहले हुए सत्ता परिवर्तन का कारण बता गईं। इमरती देवी ने कहा कि कमलनाथ सरकार में इस कदर भ्रष्टाचार हो रहा था कि उन्हें कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होना पड़ा था। बता दें कि इमरती देवी ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 20 मार्च 2020 को कांग्रेस छोड़कर अन्य विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हुई
‘भाजपा में घोटाले नहीं विकास होता है’
पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह के द्वारा प्रदेश सरकार पर लगाए गए आरोपों पर भी इमरती देवी ने जवाब दिया है। इमरती देवी ने कहा है कि गोविंद सिंह और कमलनाथ ने जमकर घोटाले किए हैं इसलिए उन्हें पता है कि घोटाले कैसे होते हैं। जो आदमी जो करता है उसे पता होता है कि ये कैसे होता है। इमरती ने भाजपा की तारीफ करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार में कोई घोटाले नहीं होते सिर्फ काम होते हैं।थीं।
कमलनाथ की वजह से छोड़ी कांग्रेस
इमरती देवी ने पूर्व सीएम कमलनाथ को ही कांग्रेस पार्टी छोड़ने की वजह बताया. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार के दौरान भ्रष्टाचार हावी था, लगातार घोटाले हो रहे थे, जिसके चलते उन्हें कांग्रेस पार्टी छोड़नी पड़ी और बीजेपी में शामिल हुई. डॉक्टर गोविंद सिंह और कमलनाथ ने ही जमकर घोटाले किए हैं. इसलिए उन्हें इस बात की जानकारी अच्छी से हैं कि घोटाले कैसे होते हैं क्योंकि जो आदमी करता है उसे ही पता होता है.’
कमलनाथ सरकार में मंत्री थी इमरती देवी
बता दें कि इमरती देवी भी कमलनाथ सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री थी, लेकिन बाद में वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हो गई थी, जहां उन्हें शिवराज सरकार में भी मंत्री पद दिया गया था. लेकिन उपचुनाव में हार की वजह से इमरती देवी ने मंत्री पद छोड़ दिया था.