Breaking
8 Jan 2025, Wed

शिवराज चौहान का आतिशी पर पलटवार बोले,मुझे गाली दें या दाऊद कहें, पर दिल्ली के किसानों की मदद करें’..

दिल्ली विधानसभा चुनावों के चलते राजधानी की राजनीति में लगातार उठापटक जारी है। आज केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली के किसानों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली सरकार पर कई बड़े आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि कृषि से जुड़ी योजनाओं और राजधानी की हालत के चलते उन्होंने सीएम आतिशी को चिट्ठी भी लिखी है। जानिए क्या है पूरा मामला और उन्होंने क्या आरोप लगाए है।

दिल्ली के किसानों से की मुलाकात

केंद्रीय कृषि मंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि मैंने आज कृषि मंत्रियों की बैठक बुलाई लेकिन दिल्ली में कृषि मंत्री ही नहीं है। किसानों की फसल खराब हो जाती है, लेकिन यहां फसल बीमा योजना ही लागू नहीं है। देश के अधिकांश राज्यों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू है और आठ करोड़ से ज्यादा आवेदन का बीमा है, लेकिन यहां दिल्ली में फसल बीमा योजना लागू नहीं है। आज किसान भाइयों ने मुझे बताया कि दिल्ली किसानों के कल्याण से जुड़ी सारी योजनाओं से वंचित है।

शिवराज ने यहां दिल्ली के किसानों के एक समूह के साथ बैठक में कहा कि मुझे गाली दीजिए या दाऊद कहिए, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन भारत सरकार की किसान कल्याण योजनाओं को दिल्ली के किसानों के लिए लागू कीजिए, उन्हें योजनाओं का लाभ दीजिए।

कृषि मंत्री ने आतिशी को लिखी चिट्ठी

शिवराज सिंह ने बताया कि मुझे इसकी जानकारी मिली तो मैंने दिल्ली की सीएम आतिशी को चिट्ठी लिखी। कृषि मंत्री ने कहा कि मैं यह कहना चाहता हूं कि तकलीफ क्या है। भारत सरकार योजनाएं चला रही है, राज्य सरकार के जरिए हम योजनाओं को लागू करते हैं। शिवराज सिंह ने सवाल करते हुए कहा कि केंद्र सरकार पैसा दे रही है, लेकिन आप ले क्यों नहीं रहे हैं? आप किसानों को दे क्यों नहीं रहे हैं?

आप की सरकार किसानों के लिए आपदा

शिवराज ने आक्रामक होते हुए व्यंग्य भरे लहजे में कहा कि कई बार प्राकृतिक आपदा में फसल बर्बाद होती है, लेकिन यहां तो आप की सरकार ही आपदा बनकर किसानों पर टूटी है। इसलिए किसानों को किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि फ्री बिजली की बात करने वालों किसान को सबसे मंहगी बिजली दे रहे हो।

By archana

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *