RBI Governor: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर के तौर पर संजय मल्होत्रा को नियुक्त किया जाएगा। वे मौजूदा गवर्नर शक्तिकांत दास की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है। संजय मल्होत्रा का कार्यकाल तीन साल का होगा। उनकी नियुक्ति से भारतीय वित्तीय क्षेत्र में एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है।
कौन हैं संजय मल्होत्रा? (RBI Governor)
संजय मल्होत्रा (Sanjay Malhotra) 1990 बैच के राजस्थान कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं। वर्तमान में वे भारत सरकार के राजस्व सचिव के तौर पर कार्यरत हैं। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री ली है और अमेरिका की प्रतिष्ठित प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर्स किया है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों के साथ-साथ सार्वजनिक उपक्रमों में भी महत्वपूर्ण भूमिकाए निभाई हैं। वे REC लिमिटेड के चेयरमैन और एमडी रह चुके हैं और राजस्थान में ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव के रूप में भी अपनी सेवाएँ दी हैं।
वित्तीय क्षेत्र में अनुभव और विशेषज्ञता
संजय मल्होत्रा (Sanjay Malhotra) को वित्त और कराधान के क्षेत्र में गहन अनुभव है। वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग में सचिव के रूप में, उन्होंने देश की कर नीतियों और बजट निर्माण में अहम भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में देश की कर प्रणाली में सुधार लाने और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए गए। उन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर नीतियों को प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
क्यों है यह नियुक्ति महत्वपूर्ण?
RBI गवर्नर (RBI Governor) के रूप में संजय मल्होत्रा (Sanjay Malhotra) की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब देश की अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों का सामना कर रही है। वैश्विक आर्थिक मंदी, मुद्रास्फीति और ब्याज दरों में अस्थिरता जैसी समस्याए केंद्रीय बैंक के सामने हैं। संजय मल्होत्रा के पास वित्तीय प्रबंधन, नीति निर्माण, और तकनीकी नवाचार का व्यापक अनुभव है, जो उन्हें इन चुनौतियों से निपटने के लिए एक उपयुक्त उम्मीदवार बनाता है।
शक्तिकांत दास का कार्यकाल और योगदान
मौजूदा गवर्नर (RBI Governor) शक्तिकांत दास ने अपने कार्यकाल में कई ऐतिहासिक फैसले लिए। महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाए रखने और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने में उनकी अहम भूमिका रही। संजय मल्होत्रा के सामने अब शक्तिकांत दास द्वारा शुरू किए गए सुधारों को आगे बढ़ाने और नई नीतियों के जरिए देश की आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी होगी।
भविष्य की प्राथमिकताए
RBI गवर्नर (RBI Governor) के रूप में संजय मल्होत्रा की प्राथमिकता वित्तीय स्थिरता बनाए रखना, महंगाई पर काबू पाना, और बैंकिंग क्षेत्र को अधिक मजबूत बनाना होगी। इसके अलावा, डिजिटल अर्थव्यवस्था (RBI Governor) और फिनटेक कंपनियों के तेजी से बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, नई नीतियों को लागू करना भी उनके एजेंडे में रहेगा।