जबलपुरः फिल्म अभिनेत्री और पूर्व मिस वर्ल्ड टूरिज्म इशिका तनेजा ने अब फिल्मी दुनिया की चकाचौंध को अलविदा कहकर मानव सेवा और सनातन धर्म के कार्य के लिए अध्यात्म की ओर कदम बढ़ाने जा रही हैं. इशिका ने द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज से जबलपुर में गुरुदीक्षा ली. गुरुदीक्षा लेने के बाद अभिनेत्री ने कहा कि अभी तक वह फिल्मी नगरी या अन्य कार्यों में नेम और फेम के लिए भाग रही थीं. लेकिन नेम और फेम तो बहुत कमा लिया पर आत्म शांति और मन की संतुष्टि नहीं मिली. इसलिए अब सनातन धर्म और मानव सेवा के लिए कार्य करना है.
बचपन से ही धर्म की ओर था झुकाव
इशिका ने बताया कि गुरु जी से गुरु दीक्षा लेना चाहती थी, लेकिन उन्होंने कहा था कि वह उसे जबलपुर में गुरु दीक्षा देंगे. एक्ट्रेस ने धर्म के प्रति अपने समर्पण को व्यक्त करते हुए बताया कि उन्हें हमेशा से अध्यात्म और धर्म में रुचि रही है. हालांकि, यह परिवर्तन अचानक नहीं हुआ बल्कि समय के साथ धीरे-धीरे उनकी सोच और दृष्टिकोण में बदलाव आया. उनका मानना है कि आज के समय में शिक्षित हिंदुओं का धर्म और समाज की उन्नति के लिए आगे आना अत्यंत आवश्यक है. इशिका ने कहा कि बचपन से ही उनका झुकाव धर्म की ओर था, लेकिन उनकी व्यस्त फिल्मी और मॉडलिंग करियर ने उन्हें इस दिशा में काम करने का समय नहीं दिया. ऐसे में अब जब उन्होंने आध्यात्मिक जीवन को अपनाया है, तो वह इसे अपने जीवन का सबसे प्रसन्नता दायक निर्णय मानती हैं.
नेम-फेम के लिए बहुत भाग लिए
इशिका ने कहा कि सलाह से ज्यादा सलाह देने वाला महत्वपूर्ण होता है। अब जबकि शंकराचार्य स्वयं सलाह दे रहे हैं, तो ऐसा लग रहा है कि नेम-फेम के पीछे बहुत भाग लिए। अब सनातन धर्म के लिए काम करना है।
इशिका ने बताया कि बचपन से ही चाहती थी कि मेरा नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो और पूरी दुनिया इस नाम को जाने। इसलिए मिस इंडिया, फिर मिस वर्ल्ड टूरिज्म का खिताब जीता।
रील और रियल लाइफ में बहुत अंतर
इशिका ने बताया कि रील और रियल लाइफ में बहुत अंतर होता है। उन्होंने कहा कि रील मेड अप होती है, जबकि रियल लाइफ को फील किया जा सकता है। रियल लाइफ से आपके परिवार की, सोसाइटी की और स्वंय आपकी जिंदगी आगे बढ़ती है, इसलिए रील को नहीं बल्कि रियल लाइफ को सुंदर करने की जरूरत है।
इशिका ने कहा- आज के समय में लोग रील पर सुंदर दिखने की कोशिश करते हैं। सोशल मीडिया में अलग-अलग तरह से अपनी फोटो शेयर करते हैं, रियल छोड़ रील लाइफ में जीते हैं, पर उन्हें यह भी समझना जरूरी है कि रील नहीं रियल लाइफ ही हकीकत है। रियल सुंदर होगा तो रील की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।