उरई । जिला पोषण समिति/कन्वर्जेन्स विभाग की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में कल देर शाम कलैक्ट्रेट सभागार उरई में बैठक कर सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के कार्यांे/योजनाओं यथा-आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा पोषण ट्रैकर पर फीडिंग, एन0आर0सी0 में बच्चों का संदर्भन, आंगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण, हाॅटकुक्ड मील योजना का संचालन, तीव्र अतिकुपोषित (सैम) बच्चों को दुधारु गाय उपलब्ध कराने के विषय पर विस्तृत समीक्षा की गयी।
समीक्षा के दौरान विकास खण्ड कोंच व माधौगढ़ में बच्चों के वजन की फीडिंग सबसे कम पायी गयी तथा विकास खण्ड कदौरा व माधौगढ़ की गृह भ्रमण की फीडिंग सबसे कम पायी गयी। सीडीपीओ कोंच, माधौगढ़ व कदौरा को निर्देशित किया गया कि पोषण ट्रैकर पर बच्चों के वजन व गृह भ्रमण की फीडिंग नियमानुसार करायें अन्यथा अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। इसके साथ ही संज्ञान में आया है कि यूनीसेफ के प्रतिनिधियों द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर भ्रमण के दौरान बच्चों के मीजरमेन्ट में तथा पोषण ट्रैकर पर फीड मीजरमेन्ट में भिन्नता आ रही है। सभी सीडीपीओ को निर्देशित किया गया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा बच्चों का वास्तविक वजन लेकर पोषण ट्रैकर पर फीडिंग की जाये। भ्रामक व त्रुटिपूर्ण डाटा पोषण ट्रैकर पर फीड न किया जाये। माह नवम्बर 2024 में 20 नये तीव्र कुपोषित बच्चों के परिजनों को दुधारु गाय गोद दिलायी गयी तथा कुल 256 दुधारु गाय गोद दिलायी जा चुकी है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि मुख्यमंत्री गौवंश सुपुर्दगी योजना के अन्तर्गत जिन लाभार्थियों को दुधारु गाय गोद दिलयी गयी है उन्हें 1500 रुपये प्रतिमाह दिलाने हेतु नियमानुसार कार्यवाही की जाये।
पोषण पुनर्वास केन्द्र (एन0आर0सी0) में माह नवम्बर 2024 में 22 बच्चे भर्ती कराये गये है। निर्देशित किया गया कि सभी परियोजनाओं से सैम श्रेणी के बच्चों को एन0आर0सी0 में पुनर्वासित कराया जाये। निरीक्षण के दौरान एन0आर0सी0 में बच्चे भर्ती नहीं पाये गये तो सम्बन्धित के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार श्रीवास, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चन्द्रप्रकाश, जिला पंचायती राज अधिकारी राम अयोध्या प्रसाद, जिला पशु चिकित्सा अधिकारी मनोज अवस्थी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी व समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं मुख्य सेविकायें उपस्थित रहे।