राकेश अचल
कहते हैं कि पुरखों के पुण्य यदि भावी पीढ़ी के काम आते हैं तो पुरखों के पाप भी भावी पीढ़ी को शर्मसार करते ही रहते है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी की टीशर्ट पर टिप्पणी करने वाली लोकसभा में ये बात एक बार फिर साबित हुई। तृणमूल कांग्रेस के साँसद कल्याण बनर्जी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर एक ऐसी तल्ख टिप्पणी कर दी कि सिंधिया तिलमिला ही नहीं गए बल्कि सिंधिया के समर्थन में पूरी भाजपा ने हंगामा कर दिया। दरअस्ल बनर्जी ने सिंधिया को ‘ लेडी किलर ‘ कह दिया था। कल्याण बनर्जी ने सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘आप अच्छे दिखने वाले इंसान हैं लेकिन आप खलनायक भी हो सकते हैं’. कल्याण बनर्जी यहीं नहीं रुके उन्होंने सिंधिया से कहा, ‘आप लेडी किलर हो.’ इसके बाद दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस हो गयी
बहस होना थी आपदा प्रबंधन विधेयक 2024 पर। कल्याण बनर्जी ने सरकार पर कोरोना काल में बंगाल सरकार कि साथ भेदभाव का आरोप लगाया तो केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसका विरोध किया और यही से बहस बेपटरी हो गयी। कल्याण बनर्जी ने कहा कि सिंधिया खानदान से महाराजा हैं तो क्या सब को छोटा समझते हैं। इसपर सिंधिया ने कहा कि आप निजी टिप्पणी कर रहे हैं। मेरा नाम ज्योतिरादित्य सिंधिया है। अगर मेरे परिवार के बारे में गलत बोलेंगे तो मैं बर्दाश्त नहीं करुंगा। कोई नहीं करेगा। जबकि हकीकत ये है कि न केवल ज्योतिरादित्य सिंधिया बल्कि उनके तमाम पूर्वज इस अपमान को बर्दाश्त करते आ रहे हैं। हालांकि, बवाल बढ़ता देख कल्याण बनर्जी ने अपने बयान को लेकर माफी मांगी लेकिन सिंधिया ने कहा कि वह उनकी माफी को स्वीकार नहीं करेंगे।
कल्याण बनर्जी ने हंगामे के बीच सफाई दी कि, ‘मेरा इंटेंशन सिंधिया या किसी को भी हर्ट करने का नहीं था. कल्याण बनर्जी ने सॉरी कहा. इसके बाद केंद्रीय मंत्री सिंधिया खड़े हुए और कहा कि हम सब यहां राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए आए हैं। आप नीतियों की आलोचना कीजिए लेकिन व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. हर व्यक्ति सेल्फ रेस्पेक्ट के साथ आता है। इन्होंने सॉरी बोला लेकिन मुझे ये माफी स्वीकार नहीं। इन्होंने देश की महिलाओं का अपमान किया है। ‘ कल्याण बनर्जी ने बोलना शुरू किया तो हंगामा शुरू हो गया। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी । सिंधिया अब बनर्जी को क्या सजा देंगे ,देखते रहिये क्योंकि उन्होंने बनर्जी को माफ़ नहीं कियाहै।
मुमकिन है कि बहुत से लोग ये नहीं समझ पाए हों की बनर्जी ने सिंधिया को ‘ लेडी किलर ‘ क्यों कहा ? तो मै बता दूँ कि बनर्जी का इशारा 167 साल पहले देश कि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की नायिका झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की शहादत से जुड़ा है । तत्कालीन सिंधिया शासक ज्याजाई रॉ सिंधिया पर रानी झाँसी का साथ न देकर उनसे गद्दारी करनेका आरोप है। तब से अब तक ये आरोप सिंधिया परिवार की हार पीढ़ी को झेलना पड़ता है। हालांकि जयाजी रॉ सिंधिया की पांचवीं पीढ़ी कि प्रतिनिधि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल होने कि बाद रानी झाँसी की समाधि पर माथा तक क्र इस कलंक को मिटने की कोशिश कर चुके हैं,लेकिन कलंक है की धुलने का,मिटने का नाम ही नहीं लेता। ये मुद्दा कभी कांग्रेस के काम आ जाता है तो कभी तृण मूल कांग्रेस के।
सिंधिया की सांसद में तिलमिलाहट देखकर मुझे उनके ऊपर दया आ गयी । आखिर मै उसी शहर में रहता हूँ जिस शहर के सिंधिया हैं। लेकिन उनके ऊपर की गयी टिप्पणी से ग्वालियर वाले आहत हुए होंगे ,ऐसा मुझे नहीं लगता। ग्वालियर वाले भी सिंधिया को ‘ लेडी किलर ‘ का वंशज मानते हैं,अलबत्ता खुलकर कहते नहीं हैं। 2020 तक भाजपा भी सिंधिया को ‘ लेडी किलर ‘ ही कहती और मानती थी ,किन्तु 2020 में सिंधिया के भाजपा में आने के बाद भाजपा ने इस मुद्दे को सदा -सर्वदा के लिए त्याग दिया। भाजपा की वाशिंग मशीन में सिंधिया खानदान पर लगा 167 साल पुराना गद्दारी का कलंक धुल गया। वैसी वर्तमान राजनीती में राजमाता विजया राजे सिंधिया पर और बाद में खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कांग्रेस के साथ गद्दारी करने का आरोप लगाया जा चुका है। 1967 में राजमाता ने मप्र में कांग्रेस की सरकार गिरायी थी और 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मप्र में कांग्रेस की सरकार का तख्ता पलटा था। राम जाने की सिंधिया परिवार को कब तक इस कलंक से मुक्ति मिल पायेगी ?