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30 Jan 2025, Thu

प्रसिद्ध गजलकारा अभिलाषा श्रीवास्तव “अनुभूति” को कर्मवीर अलंकरण सम्मान, राष्ट्रीय अनघ अकादमी द्वारा सैनिक स्मृति दिवस पर साहित्यकार सम्मान समारोह का आयोजन

भोपाल। राष्ट्रीय अनघ अकादमी भोपाल मध्यप्रदेश की ओर से दुष्यंत संग्रहालय भोपाल में सैनिक स्मृति दिवस पर साहित्यकार सम्मान समारोह का आयोजन अकादमी की संस्थापिका श्रीमती कांति श्रीवास्तव द्वारा किया गया। इस अवसर पर देश के अलग अलग शहरों से आए विभिन्न विधाओं के साहित्यकारों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इन साहित्यकारों में गजल श्रेणी में भोपाल निवासी देश की जानीमानी गजलकारा श्रीमती अभिलाषा श्रीवास्तव “अनुभूति” को कर्मवीर अलंकरण सम्मान से सम्मानित किया गया। श्रीमती श्रीवास्तव ने इस अवसर पर आयोजन समित के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान व्यक्तिगत रूप से उन लाखों महिला हस्ताक्षरों का जो इस दिशा छोटे छोटे प्रयास कर अपनी कलम से समाज को दिशा देने का प्रयास कर रही हैं। इस अवसर पर ऋषि श्रृंगारी, हरिनाथ शुक्ल सुल्तानपुर, श्रीमती कुसुम अविचल कानपुर, महेंद्र भट्ट ग्वालियर, राजेंद्र गट्टानी भोपाल, किशोर करैया कैप्टन नर्मदापुरम, कन्हैया लाल भ्रमर जयपुर जैसे जानेमाने वरिष्ठ साहित्यकार को भी सम्मानित किया गया।

श्रृंगार रस से सराबोर रहती हैं अभिलाषा की गजलें:

देश की जानीमानी गजलकारा श्रीमती अभिलाषा श्रीवास्तव “अनुभूति” राजधानी भोपाल के साथ साथ देश के प्रसिद्ध मंचों पर भी सक्रिय हैं। देश के कई समाचार पत्र, पत्रिकाओं में नियमित रूप से अभिलाषा की कलम से निकली गजल, कविता, आलेख आदि समय समय पर प्रकाशित होते रहते हैं। इसके अलावा आकाशवाणी मध्यप्रदेश द्वारा कई रचनाओं का प्रसारण भी होता रहता है। इनकी गजलें मुख्यतः श्रृंगार रस से सराबोर रहती हैं। श्रीमती अभिलाषा श्रीवास्तव “अनुभूति” कहती हैं कि उनके गजल लेखन का सारा श्रेय उनके गुरु और देश के प्रसिद्ध गीतकार, गीत ऋषि, ऋषि श्रृंगारी को जाता है,जिनके मार्गदर्शन और सानिध्य में वो सतत सीखने की प्रक्रिया में हैं।

By archana

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