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19 Dec 2024, Thu

फ्री में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के बाद आठ मरीजों को दिखना हुआ बंद, मचा हड़कंप

भिंड जिले के गोरमी के कृपे का पुरा गांव के 8 मरीजों की आंखों की रोशनी मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद रोशनी चली गई। ऑपरेशन ग्वालियर के कालरा अस्पताल में किया गया था। मरीजों ने डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गोरमी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने एक्शन लेते हुए कालरा अस्पताल की ओटी को सील कर दिया है।

दरअसल, गोरमी के कृपे का पुरा गांव में बिना अनुमति आयोजित नेत्र शिविर में आयोजकों ने जांच में ग्रामीणों को पहले मोतियाबिंद बताया। फिर उसी दिन ग्वालियर के कालरा हॉस्पिटल में लाकर 8 बुजुर्गों का ऑपरेशन कर दिया। गांव लौटने के बाद जब ग्रामीणों ने आंखें खोली तो उन्हें दिखना ही बंद हो गया।

बुधवार को ग्राम चपरा निवासी चिरोंजीलाल सखवार, भागीरथ सखवार, चुन्नीबाई, राजवीर और ग्राम डोंगरपुर निवासी भूरीबाई और चमेली बाई ने गोरमी तहसील में शिकायत की कि उनकी आंखों की रोशनी ही चली गई है। एक बुजुर्ग की तो जिस आंख में समस्या थी, उसकी बजाय दूसरी आंख का ऑपरेशन कर दिया। वह अब दोनों ही आंखों से नहीं देख पा रहे हैं।

नि:शुल्क नेत्र परीक्षण शिविर में हुआ ऑपरेशन गोरमी के सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल परिसर में 9 दिसंबर को ग्वालियर के कालरा अस्पताल की ओर से फ्री आई कैंप का आयोजन हुआ था। इसमें नेत्र विशेषज्ञ डॉ. रोहित कालरा और उनकी टीम ने 50 मरीजों की आंखों की जांच की। आठ मरीजों को मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए ग्वालियर बुलाया गया था।

इनमें चिरौंजी लाल सखवार (60), राजवीर सिंह (45), चुन्नी बाई (65), भागीरथ (70), भूरी बाई (58), और चमेली बाई (60) शामिल थे। ऑपरेशन के बाद सभी की आंखों की रोशनी खत्म हो गई।

मरीजों का आरोप- ऑपरेशन में लापरवाही की बुजुर्ग चिरौंजी लाल ने बताया, ‘मेरी दाहिनी आंख का ऑपरेशन होना था, लेकिन डॉक्टर ने मेरी बायीं की आंख का ऑपरेशन कर दिया। अब मुझे दोनों आंखों से कुछ भी दिखाई नहीं देता।’

वहीं चुन्नी बाई ने कहा, ‘ऑपरेशन से पहले मेरी आंख से थोड़ा-बहुत दिखता था, लेकिन अब बिल्कुल अंधी हो गई हूं। डॉक्टरों ने हमारी शिकायत को अनसुना कर दिया और कहा कि दवा डालने से आंख ठीक हो जाएगी।’

मरीजों ने डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई इसके बाद मरीज और उनके परिजन गोरमी थाने पहुंचे और कालरा आई हॉस्पिटल के डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। मरीजों का कहना है कि ऑपरेशन के बाद जब उन्होंने डॉक्टरों को समस्या बताई, तो उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया गया। मरीजों ने मामले की जांच और दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग की है।

ग्वालियर के कालरा अस्पताल की ओटी सील शिकायत मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच दल बनाया। जांच दल प्रभारी और जिला अस्पताल ग्वालियर के नेत्र रोग विशेषज्ञ गजराज सिंह गुर्जर ने बताया कि कालरा अस्पताल की ओटी (ऑपरेशन थिएटर) को सील कर दिया गया है। वहां पदस्थ डॉक्टर्स से पूछताछ भी की जा रही है।

 

 

By archana

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