उरई । जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कल देर शाम आश्रय गृह (शेल्टर हाउस) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने शेल्टर हाउस की अव्यवस्थाओं पर संबंधित अधिकारियों को सुधार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सबसे पहले शेल्टर हाउस में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों का हाल देखा और पाया कि कई कैमरे संचालक द्वारा बंद कर दिए गए थे। उन्होंने कड़ी फटकार लगाई और तुरंत सीसीटीवी कैमरों का संचालन शुरू कराया, और संचालक विरुद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रवासियों की सुरक्षा के दृष्टिगत कैमरों का निरंतर संचालन सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही मैन गेट पर दो और सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी जिलाधिकारी ने शेल्टर हाउस में आने वाले प्रवासियों की पहचान के लिए आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र लिया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी प्रवासियों का रजिस्टर में समय और तारीख के साथ विवरण दर्ज किया जाए। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया प्रवासियों की सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने शेल्टर हाउस में प्रकाश व्यवस्था की भी कमी पाई। उन्होंने अधिशाषी अधिकारी को निर्देशित किया कि अगले दो दिनों के भीतर शेल्टर हाउस में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी ने सुरक्षा को लेकर भी कड़े निर्देश दिए। शेल्टर हाउस में एक छोटा गैस सिलेंडर पाया गया, जिसे तुरंत परिसर से हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि शेल्टर हाउस में किसी भी प्रकार के ज्वलनशील पदार्थ की उपस्थिति नहीं होनी चाहिए, और इसके लिए निरंतर निगरानी रखी जाए। इसके अलावा, शेल्टर हाउस में लगे फायर एक्सटिंग्विशर की डेट समाप्त हो चुकी थी। जिलाधिकारी ने इस मामले में भी तत्काल फायर सिस्टम के रिफिल बदलने के निर्देश दिए। शेल्टर हाउस के संचालक की अव्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि संचालक को नोटिस जारी किया जाए। इसके साथ ही, उन्होंने सदर उप जिलाधिकारी, थानाध्यक्ष, दो महिला कांस्टेबल और अधिशाषी अधिकारी को निर्देश दिया कि वे शेल्टर हाउस में निरंतर निरीक्षण करें ताकि कोई भी अव्यवस्था सामने न आए।
उन्होंने कहा कि शेल्टर हाउस की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।इस अवसर पर तहसीलदार शेर बहादुर सिंह, अधिशाषी अधिकारी राम अचल कुरील आदि सहित सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।