भोपाल ।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना के 100 वे वर्ष के अवसर पर शताब्दी समारोहों की श्रृंखला की प्रथम कड़ी के तहत स्थानीय गांधी भवन भोपाल में 28 दिसम्बर 2024 को समारोह आयोजित हुआ ।समारोह की मुख्य अतिथि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय सचिव कॉमरेड अमरजीत कौर ने फासीवाद के गहराते संकट के खिलाफ प्रतिरोध हेतु जनता को लामबंद करना भाकपा का ऐतिहासिक दायित्व निरूपित किया।
कॉमरेड अमरजीत कौर ने मानव जाति के विकास क्रम में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना को एक महत्वपूर्ण कदम बताया ।कॉमरेड अमरजीत कौर ने कहा कि ” स्वाधीनता अर्जित करने,प्रतिगामी प्रवृत्तियों को रोकने और फासीवाद के खिलाफ़ जनता को प्रतिरोध हेतु तैयार करने के उद्देश्य से ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना हुई थी ।भारत की आज़ादी के आन्दोलन में और आज़ादी के बाद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने जनता के हित में संघर्ष किया है और कुर्बानियां दी हैं ।वर्तमान में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के जन विरोधी चरित्र के कारण मानवता संकट में है ।इसके खिलाफ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने लगातार संघर्ष किया है।अब हमारे सामने बहुत बड़ी चुनौती है।इसके लिए पहले हमें अपनी पार्टी भाकपा को मजबूत करना है,फिर सभी कम्युनिस्ट पार्टियों को एक करना है और फिर सारे देश की जनता को लामबंद करना है।इस चुनौती के लिए हमें तैयार होना ही होगा ।”
इसके पूर्व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के संघर्ष और कुर्बानी पर केन्द्रित विषय पर कॉमरेड अरविन्द श्रीवास्तव और कॉमरेड अजित कुमार जैन ने संबोधित किया।साहित्यिक परिदृश्य में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के योगदान पर वरिष्ठ साहित्यकार रमाकांत श्रीवास्तव के संदेश का पाठ कॉमरेड शैलेन्द्र शैली ने किया।
इस अवसर पर भाकपा के वरिष्ठतम सदस्य और स्वाधीनता सेनानी कॉमरेड कृष्णा मोदी का अभिनन्दन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉमरेड हरिद्वार सिंह ने ,संचालन कॉमरेड शैलेन्द्र शैली ने किया ।प्रारंभ में युवा सामाजिक कार्यकर्ता निगहत ,फरहा , अमरीन तथा उनके साथियों ने जन गीत प्रस्तुत किए ।कॉमरेड सत्यम पाण्डे ने शताब्दी वर्ष में भाकपा के आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी। अन्त में कॉमरेड विजेन्द्र सोनी ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर भाकपा के एक सदी के इतिहास पर केन्द्रित प्रदर्शनी लगाई गई।समारोह में भाकपा के सदस्य , विभिन्न राजनीतिक दलों के , प्रतिनिधि ,साहित्यकार ,पत्रकार ,सेवा निवृत्त अधिकारी बड़ी संख्या में शामिल हुए।