जबलपुर. मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक युवक को तालिबानी सजा दिये जाने का मामला सामने आया है. जिसमें तीन बदमाशों ने एक युवक को बंधक बनाकर पहले तो रात भर उसकी पिटाई की, नशे का इंजेक्शन लगाते हुए उसके चेहरे पर कई बार थूका भी और सुबह उसका सिर मुंडवाकर छोड़ दिया गया.
घटना माढ़ोताल थाना के राजीव गांधी बस्ती निवासी 23 वर्षीय युवक के साथ हुई है. पीड़ित ने आरोप लगाया कि घटना के बाद थाने पर मौजूद स्टाफ ने शिकायत सुनने की बजाय उसे भगा दिया. पीड़ित युवक का नाम ऋतिक तिवारी है जो कि राजीव गांधी बस्ती का रहने वाला है और सब्जी का ठेला लगाकर जीवन यापन करता है.
मोबाइल मांगने पर धमकाया
पीडि़त ने बताया कि मंगलवार आईटीआई निवासी तीन युवक उसके पास पहुंचे थे, उसमें से एक बदमाश गुल्ली गोस्वामी ने उसका नया मोबाइल यह कहकर मांगा कि उसे कुछ फोटो लेनी है. इसके बाद बदमाश बिना मोबाइल दिए ही वहां से भाग खड़ा हुआ. ऋतिक बुधवार फिर बदमाश के घर पहुंचा और अपना मोबाइल मांगने लगा. जिस पर बदमाशों ने उसे मोबाइल देने से इनकार करते हुए धमकी दी कि अगर दोबारा कभी यहां दिखा तो हाथ-पैर तोड़ दिए जाएंगे, पीड़ित बिना मोबाइल लिये ही वापस आ गया. हालांकि ऋतिक ने जाते-जाते बदमाश से कहा कि अगर उसे मोबाइल नहीं मिला तो वह पुलिस में शिकायत करेगा.
बंधक बनाकर की मारपीट, चेहरे पर थूका
गुरुवार की दोपहर को ऋतिक माढ़ोताल आईटीआई के पास खड़ा हुआ था. इसी दौरान गुल्ली गोस्वामी के साथ उसके दो अन्य साथी शिवा और दीपक दो बाइक से पहुंचे और ऋतिक से कहा कि चलो तुम्हारा मोबाइल दे देते हैं. ऋतिक बदमाशों की बातों में आ गया और उनके साथ बाइक पर बैठ गया. इसके बाद तीनों ही बदमाश ऋतिक को बरगी स्थित एक सूने मकान में ले गए. जहां उसके हाथ-पैर बांधकर रात भर डंडे से पिटाई की. पीड़ित ने बताया कि बदमाशों ने मानवता की हद पार करते हुए उसके चेहरे पर बारी-बारी से थूका भी. तीनों ही बदमाश शुक्रवार की सुबह उसे एक नाई की दुकान पर ले गए और जबरदस्ती उसका सिर मुंडवा दिया, इतना ही नहीं उसके भौंहे के बाल भी काट दिए गए.
बदमाशों की प्रताड़ना से जब ऋतिक की हालत बिगड़ने लगी तो आनन-फानन में बदमाशों ने उसे मदन महल के पास स्थित एक अस्पताल में ले जाकर छोड़ दिया और फिर वहां से फरार हो गए. ऋतिक ने परिवार वालों को पूरी घटना की सूचना दी तो परिवार मौके पर पहुंचा. ऋतिक ने परिजनों को बताया कि बदमाशों ने उसके साथ मारपीट तो की ही, इसके अलावा उसे नशे का इंजेक्शन भी लगाया. ऋतिक की मां ने बताया कि जब से उसका मोबाइल छीना था, तब से वह परेशान था. कई बार थाने के चक्कर भी लगाए लेकिन पुलिस ने मदद नहीं की.