भोपाल। साल भर से ज़्यादा हो गया है फिलस्तीन पर इज़राइल की नृशंसता बर्बरता को विश्व देख रहा है निर्दोष नागरिक महिलाएं यहाँ तक कि छोटे छोटे बच्चों को भी निशाना बनाया जा रहा है और एक वर्ष से बच्चे औरते भी इस नृशंसता का शिकार हो रहे है। अब तो इन हमले लेबनान और अन्य रिहाईश इलाक़ो में पहुंच चुके हैं। इस दौर में दुनिया भर के अमन पसंद लोग इसके विरोध में अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे हैं और इस बर्बरता के खिलाफ शांति से आवाज़ बुलंद कर रहे हैं।
इस उद्देश्य से भोपाल के शाकिर सदन में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा किया गया। जिसमें शहर के वरिष्ठ राजनीतिक कार्यकर्ताओं, समाज सेवियों, बुद्धिजीवियों ने अपने विचार रखे।
संगोष्ठी का विचार प्रवर्तन सत्यम सागर ने किया। उन्होंने फिलिस्तीन की समस्या के इतिहास पर रौशनी डाली और बताया कि इसे साम्राज्यवादी मुल्कों द्वारा खड़ा किया गया है और फिलिस्तीन की जनता को उसकी ही जमीन और घर से बेदखल किया गया और युद्ध के मुहाने पर रखा गया है। मुख्य वक्तव्य सीपीआई के राज्य सहायक सचिव कॉमरेड शैलेन्द्र शैली और सीपीएम के वरिष्ठ नेता कॉमरेड बादल सरोज ने दिए। दोनो ही वक्ताओं ने समस्या के संदर्भ को पेश करते हुए इस बात पर जोर दिया कि भारत हमेशा से फिलिस्तीन के साथ रहा है और आज सरकार देश की स्थापित नीति के खिलाफ जा रही है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से बड़ी संख्या में अमन पसंद लोगो ने भाग लिया बैठक का आयोजन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के तत्वावधान में किया गया एवं इज़राइल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध को रोकने के लिए भारत सरकार एवं UNO से हस्तक्षेप करने की मांग की। दोनों देशों के बीच अमन क़ायम करने के प्रयास करने की और क़दम बढ़ाने की मांग की एवं दुनिया भर में अमन शांति के लिए अपील की गई।