सुनील शर्मा
जालौन, महर्षि वाल्मीकि जयन्ती के अवसर पर महर्षि वाल्मीकि मंदिर, बबीना में एक भव्य भक्तिमय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय और पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने पूजा अर्चना की। दोनों अधिकारियों ने महर्षि वाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण किया और पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर रामायण पाठ, भजन और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिससे भक्तों में भक्ति भाव और उत्साह का संचार हुआ।
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में महर्षि वाल्मीकि के जीवन और महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने समाज में जो स्थान बनाया, वह आज भी प्रेरणा का स्रोत है। उनके योगदान से न केवल भारतीय साहित्य को समृद्धि मिली, बल्कि समाज में भी नैतिक मूल्यों की स्थापना हुई।
पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रशासन की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने सभी भक्तों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की।
इस अवसर पर मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ जुटी रही। लोगों ने मिलकर भक्ति गान किया और महर्षि वाल्मीकि की शिक्षाओं का अनुसरण करने का संकल्प लिया। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम ने क्षेत्र में धार्मिक एकता और सांस्कृतिक समरसता का संदेश दिया। महर्षि वाल्मीकि जयन्ती का यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि सामुदायिक भावना को भी मजबूती प्रदान करने वाला था।