पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के बाद थाना घेरा:भोपाल में भाई बोला- घर से पुलिस ले गई, 3 घंटे बाद फोन आया
भोपाल, राजधानी के कोलार इलाके में अमरावत कलां में रहने वाले 40 वर्षीय मुकेश लोधी की निजी अस्पताल में मौत हो गई। उसे जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस ने एक मामले में हिरासत में लिया था। पुलिस का कहना है कि वह चलती डायल 100 से कूदकर जख्मी हो गया था। वहीं मृतक के स्वजनों ने कोलार थाने के पुलिस कर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया है। युवक के शव का पोस्टमार्टम हमीदिया अस्पताल में कराया जा रहा है। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस के आला अधिकारियों मौके पर पहुंच गए है।
यह है मामला
जानकारी के मुताबिक मुकेश लोधी के गांव में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से मचछरदानी का वितरण किया जा रहा थां। इसमें गांव वालों से आशा कार्यकर्ता दो-दो सौ रुपये मांग रही थीं, जिसका मुकेश लोधी ने विरोध किया। इस पर आशा कार्यकर्ता ने अपने पति को गांव में बुलवा लिया।बाद में मुकेश और आशा कार्यकर्ता के बीच विवाद होने लगा। तभी आशा कार्यकर्ता के पति ने कोलार थाने फोन लगाकर डायल 100 को बुला लिया।पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचकर उसे हिरासत में लेकर चले गए थे।
शाम सात बजे स्वजनों को बताया अस्पताल में भर्ती है।
अस्पताल से वीडियो काल पर शक्ल दिखाई
मृतक के भाई पद्म सिंह लोधी ने नवदुनिया को बताया कि मंगलवार शाम को जेपी अस्पताल से वीडियो काल पर उनके भाई मुकेश की शक्ल दिखाई और बोले कि वह अस्पताल में भर्ती है। इससे पहले उसकी जानकारी नहीं दी गई थी। उसके बाद भाई की नाजुक हालत को देखकर स्वजन उसे शाहजहांनाबाद के एलबीएस अस्पताल लेकर आ गए थे। जहां पर बुधवार तड़के उसकी मौत हो गई। इसके बाद शाहजहांनाबाद थाने की पुलिस आई और हमारे भाई के शव को जबरन वाहन से पोस्टमार्टम के लिए ले जाने लगी। मैंने विरोध किया तो पुलिस ने धमकाया। बाद में जबरन मुकेश के शव को हमीदिया अस्पताल ले जाया गया।
छावनी बना हमीदिया अस्पताल
भारी पुलिस बल की मौजूदगी में युवक के शव का हमीदिया अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि वह चलती डायल 100 कूद गया था। इसमें उसे गंभीर चोट लगी है। मामले की जांच जारी है।