भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को 30 जनवरी को देश में मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है भूले- बिसरे शहीदों को भी याद करना चाहिए: मूलचन्द मेधोनिया


 

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भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार के पत्रानुसार सभी को भांली भांति सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय भोपाल के आदेश जारी कर सूचना दी गई है कि 30 जनवरी को भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया जाये। जिन्हें जाना जाता है उन्हें तो सभी श्रद्धांजलि अर्पित कर मौन धारण किया होगा। लेकिन जो अभी तक सरकारी रिकॉर्ड से नदारद है। उन वीर सपूतों को कौन याद करेंगे। जिन्होंने हंसते हंसते अपने प्राणों की आहूति देकर हमें आजादी दिला गये है। 

मध्यप्रदेश के जिला नरसिंहपुर चीचली में स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी शूरवीर मनीराम अहिरवार जी थे। जिन्होंने महात्मा गॉंधी जी के आवाहन पर अंग्रेजों से युद्ध किया और उन्हें सन् 1942 के आंदोलन में परास्त कर विजय प्राप्त की थी। तथा उन्होंने गोंड राजा के राजमहल की सुरक्षा हेतु संघर्ष किया, उनके आंदोलन का ही परिणाम रहा की अंग्रेजों को गांव छोड़ने को विवश होना पड़ा। जिनके युद्ध में दो लोगों की शहादत भी हुई। वीर मंशाराम जसाटी जी एवं वीरांगना गौरादेवी कतिया जी। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि जिस सच्चे पुरोधा ने अपने प्राणों की बलि अंग्रेजों की यातनाएं सहते हुये। गुमनामी के पन्नों में है उन्हें कब मध्यप्रदेश सरकार या भारत की सरकार उनको याद करेगी या सम्मान देगी। शहीद परिवार लगातार वर्षों से अपने महान क्रांतिकारी मनीराम अहिरवार जी के सम्मान के लिए लड़ रहे है। अब अनुसूचित जाति वर्ग के सामाजिक संगठनों और अहिरवार समाज के द्वारा भी लगातार आवाज उठा रहे है कि हमारे महापुरुषों ने भी आजादी के आंदोलन में योगदान दिया है फिर उनकी उपेक्षा करना तो नाइंसाफी है, नरसिंहपुर का आजादी के योगदान कोई सदियों पुराना है नही उन दिनों के लेखकों, साहित्यकार, इतिहासकार और पत्रकार लोगों ने साथ ही पत्र /पत्रिकाओं में वीर मनीराम अहिरवार जी के योगदान की वीरता लिखी हुई है। तमाम बिन्दुओं की तहकीकात करते हुए मध्यप्रदेश के एकमात्र अनुसूचित जाति के वीर सपूत मनीराम अहिरवार जी को भी राष्ट्रीय शहीद का दर्जा दिया जाये। तथा उनकी यादगार में स्मारक, भवन, मूर्ति और परिवार को सुविधाएं मुहैया की जाये। तभी सार्थकता होगी। हमारे देश के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को मौन श्रद्धांजलि देने की।




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