उत्तराखंड में फंसे इंदौर के महू के 30 श्रद्धालु:केदारनाथ से लौट रहे थे, लैंड स्लाइड से रास्ता बंद; होटलों ने तीन गुना किए रेट


 इंदौर। उत्तराखंड में केदारनाथ और बद्रीनाथ जाने वाले मार्ग पर जगह-जगह घाट पर भूस्खलन की स्थिति बन रही है। इसके कारण चार धाम की यात्रा पर निकले यात्री उत्तराखंड में फंस गए हैं। इसमें मध्य प्रदेश के 30 श्रद्धालु उत्तराखंड में फंसे हुए हैं। सभी यात्री 18 जून को उत्तराखंड में देवदर्शन के लिए निकले थे। गुरुवार सुबह करीब 8.00 बजे ये यात्री भूस्खलन से रास्ता बंद होने जाने के कारण चमोली जिले में घाट पर फंस गए। शाम 7:00 बजे तक यात्री रास्ते में फंसे थे। स्थानीय प्रशासन की टीम रास्ते को साफ करने में जुटी है।

महू में सात रास्ता क्षेत्र में रहने वाले हर्षद कजरे ने बताया कि वह 18 जून को चार धाम की यात्रा पर निकले थे। इसमें महू के दोस्त और परिवार के करीब 15 लोग हैं। साथ ही इंदौर से भी महूनाके क्षेत्र की बालदा कालोनी में रहने वाले 15 लोग हैं। जिनके मुखिया दुर्गेश देप्ते हैं। इस तरह कुल 30 लोग यात्रा के लिए निकले थे। जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यात्रा करते हुए वह पहले हरिद्वार गए। वहां से गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के दर्शन किए। केदारनाथ के बाद बद्रीनाथ के दर्शन के लिए निकले। बद्रीनाथ दर्शन कर वह वापस महू के लिए लौट रहे थे।

उन्होंने बताया कि गुरुवार को वह चमोली जिले से गुजर रहे थे। तभी भूस्खलन हुआ। तब से यात्री एक ही जगह पर फंस गए। यात्रियों को अब खाने और पीने की भी समस्या हो गई है। होटल पर तीन गुना से अधिक दाम बढ़ाकर खानेपीने की चीजें दी जा रही है। पीने के पानी के लिए 70 रुपये की बोतल खरीद रहे थे। पर वह भी सभी जगह खत्म हो गई। अब कई किलोमीटर चलकर हैंडपंप से पानी लेकर आ रहे हैं। या फिर 100-150 मीटर पर जंगल में बह रहे झरने का पानी पी रहे हैं।

भूस्खलन के बाद प्रशासन पत्थरों को हटाकर यातायात सुगम करने का प्रयास कर रहा है। खाने के लिए बिस्किट और पानी की बोतल दी है पर परेशानी अब भी बनी हुई है। उत्तराखंड में खराब मौसम के चलते यात्री किसी से संपर्क भी नहीं कर पा रहे हैं। फोन में कभी-कभी नेटवर्क आ रहे हैं, जिससे महू के परिजनों को जानकारी दे रहे हैं। घाट पर कई गाड़ियां खड़ी हुई हैं। सुबह से जाम लगा हुआ है। इसके कारण आसपास के होटल के कमरे भी पूरी तरह भर गए हैं। हर कमरे के लिए लोग झगड़ा कर रहे हैं। विकल्प नहीं होने के कारण लोग या तो गाड़ियों में या फिर सड़क पर बैठकर ही रात बिता रहे हैं। होटलों के बाहर भी यात्रियों का जमावड़ा लगा हुआ है।

महू के एक अन्य यात्री हर्ष ने बताया कि उत्तराखंड के चमोली में पहाड़ धंसने के कारण सुबह 8:00 बजे से ही शाम तक रोड पर ही फंसे हुए हैं। हर्ष ने बताया कि यहां पर होटल वालों ने भी रेट तीन गुना बढ़ा दिए हैं। उन्हें खाने-पीने के लिए भी कुछ नहीं मिल रहा है साथ में जो लाए थे वह सामग्री भी खत्म हो गई है। अफसरों का कहना है कि रास्ता क्लियर कर रहे हैं। गनीमत है कि आज बारिश नहीं हो रही है।

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