गुलाम नबी आजाद की कांग्रेस में होगी वापसी? सोनिया की करीबी कर रहीं बात, जयराम ने भी भेजा संदेश...बस 'एक कॉल' की दूरी
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद की घर वापसी (Ghulam Nabi Azad) कराने की कोशिशें तेज हो गई हैं. सोनिया गांधी की करीबी अंबिका सोनी (Ambika Soni), आजाद के संपर्क में हैं. गुलाम नबी आजाद को पहले भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) में शामिल करवाने की रणनीति है. उसके बाद उनकी कांग्रेस में वापसी कराई जाएगी. उन्होंने इस साल अगस्त में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की ‘नेतृत्व क्षमता’ पर सवाल उठाते हुए और उन्हें ‘चाटुकारों’ से घिरा हुआ बताकर कांग्रेस पार्टी के साथ अपनी करीब आधा दशक (50 वर्ष) पुरानी यात्रा को विराम दे दिया था. आजाद ने जम्मू-कश्मीर की राजनीति में उतरने का ऐलान करते हुए अपनी ‘आजाद डेमोक्रेटिक पार्टी’ (Azad Democratic Party) बनाई. उनके इस फैसले के बाद जम्मू-कश्मीर कांग्रेस में भी टूट पड़ी और कई वरिष्ठ नेता आजाद के साथ आ गए.
लेकिन ‘आजाद डेमोक्रेटिक पार्टी’ गठन के 4 महीने बाद ही टूटने लगी है. एक के बाद एक, कई नेताओं ने गुलाम नबी आजाद का साथ छोड़कर कांग्रेस में वापसी कर ली है. सूत्रों की मानें तो आजाद राजनीतिक रूप से अब कमजोर पड़ गए हैं, और कांग्रेस में अपनी वापसी को लेकर सकारात्मक हैं. इधर कांग्रेस भी बिना शर्त उनकी वापसी की बात कह रही है. अंबिका सोनी ने गुलाम नबी आजाद से इस बारे में बात कर रही हैं. हालांकि, अभी तक कुछ भी आधिकारिक रूप से नहीं कहा गया है. कांग्रेस के अंदर आजाद के नेतृत्व वाले G-23 में शामिल रहे नेता, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा भी उनसे बात कर रहे हैं. इसके अलावा बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष और G-23 के सदस्य रहे अखिलेश प्रसाद सिंह भी आजाद के संपर्क में हैं.