52 गज के ध्वज के साथ 29 साल से पैदल चल रहे संघ का अंबाजी को प्रस्थान
अहमदाबाद: संजीव राजपूत के साथ दर्शन प्रजापति
अहमदाबाद: गुजरात के बनासकांठा जिले में माता रानी अंबा का पवित्र स्थान अंबाजी है। भादरवी पूनम के मेले का अर्थ है अम्बा के चरणों में नतमस्तक होकर आशीर्वाद लेने का मिलनेवाला सौभाग्य। मातारानी के भक्त ठंड और गर्मी की परवाह किए बिना दिन-रात माता के चरणों में पेदल चलते हुए दूर दूर से आते है और अपनी आस्था और दर्शन से अपनी मुरादे पूरी करते है। इस मेले का बहुत ही अधिक महत्व होता है।
गुजरात के अहमदाबाद के नवा वाडज में व्यासवाडी पैदल संघ आशीषभाई शर्मा और राजूभाई पटेल की योजना और समन्वय समिति के माध्यम से, पिछले 29 वर्षों से लगातार हर साल 52 गज के ध्वज के साथ अंबाजी में माता रानी के दर्शन के लिए आयोजन कर रहा है। आज यह संघ आरती और गरबा के साथ अंबाजी के लिए रवाना हुआ। इस संघ में जुड़े करीब 130 सदस्य पैदल अंबाजी पहुंचते हैं और माता की उपस्थिति में ध्वज को चढ़ाया जाता है। कोरोना के कठिन समय में भी इस संघ ने लगातार 52 गज के ध्वज को मातारानी के मंदिर पर चढ़ने की परंपरा को कायम रखा है। मातारानी के लाखों भक्त भादरवी पूनम में माँ अम्बा के दर्शन करेंगे और अपने आप को धन्यता महसूस करेंगे। माता रानी आप सब की मनोकामनाएं पूर्ण करें यही प्रार्थना है। जय माता दी।