टोकन कटाने रुका था ट्रेक्टर:खिलाफ खबर को लेकर माइनिंग बुलाकर बनाया झूठा केस,सरपट दौड़ते रहे बगैर रॉयल्टी अन्य वाहन।
रेत माफिया की गुंडागर्दी के खिलाफ पत्रकार ने मोर्चा खोला तो माफिया छल कपट से पत्रकार को डरा धमका और उस को फंसाने का प्रयास
राजेन्द्र सिंह राजपूत प्रखर न्यूज व्यूज एक्सप्रेस
बाड़ी।रायसेन , जिले के रेत ठेकेदार के कर्मचारी सोनू व्यास की गुंडागर्दी के कई मामले घटित हो चुके जिसकी खबरें आई दिन अखबारों की सुर्खियां बनी हुई हैं ठेकेदार के कर्मचारी सोनू व्यास द्वारा ट्रेक्टर ट्रॉली बालों से 2000 रुपये की टोकन राशि वसूली जाती है जो कि गैरकानूनी है इतना ही नही ठेकेदार के कर्मचारी टोकन राशि ना देने पर वाहन चालकों को बेरहमी से पीटते हैं जिसके चलते वाहन स्वामियों ओर चालक दहशत में हैं इन्ही कृत्यों को देखते हुए नगर के पत्रकार ने इसकी खबरें प्रकाशित कीं जिसपर क्रोध और बदलात्मक कार्यवाही को सोनू व्यास ने कुछ इसतरह अंजाम दिया।शनिवार को जब पत्रकार का ट्रेक्टर अपने निजी कार्य के लिए रेत लेने गए तब उनके ड्राइबर ने जाने से पहले ठेकेदार के कर्मचारी से पूंछा की हम रेत भरने जा रहे हैं आप बता दें टोकन कहाँ कटाना है और किसको पैसे देना है जिसपर सोनू व्यास ने कहा कि रेत भरकर ले आओ बकतरा रोड़ पर अचीवर्स कॉलेज की बिल्डिंग में हमारा ऑफिस है टोकन बहिं कटेगा सोनू व्यास के आदेशानुसार ड्राइबर उक्त स्थान पर ट्रेक्टर खड़ा करके टोकन कटाने गया तब ठेकेदार के कर्मचारियों ने कहा कि तेरे सेठ से कहदे अब बह हमारे खिलाफ खबर ही लगा ले ड्राइबर ने फिर कहा कि आजतक तो आप 2000 रुपये का टोकन काटकर हमे जाने देते थे फिर आज क्यों नही कर्मचारियों ने कहा कि अब तेरे पत्रकार सेठ की खबरें ज्यादा छपने लगी हैं इसलिए आज हमारे सेठ ने माइनिंग बुला ली है अब जब तेरे सेठ के ट्रेक्टर पर खनिज अधिकारी कार्यवाही करेंगे तब तेरे सेठ की सारी हेंकड़ी निकल जाएगी ।यह सूचना जब ड्राइबर ने अपने सेठ को दी तब उन्होंने कहा क्या बात है भाई आप अपना सुल्क लें और वाहन को जाने दें इतना कहने पर ठेकेदार के कर्मचारियों ने कहा हम ट्रेक्टर को थाने लेकर जाएंगे जबाब में पत्रकार ने कहा ठीक है सिस्टम आपके इसारे पर चल रहा जो आपको उचित लगे बह करिए।
जिले के रेत ठेकेदार की दबिश मय कार्यवाही।
बदमाशी टेक्स वसूलने के बाद भी खबर लगाने पर पत्रकार के ट्रेक्टर को माइनिंग बुलाकर केश दर्ज कराना क्या यह एक पत्रकार की कलम पर दबिश नही?जबकि ठेकेदार के कर्मचारियों और अधिकारियों को पत्रकार ने अन्य वाहन जो बगैर रॉयल्टी उनके सामने सरपट दौड़ रहे थे उन्हें रोकने की बात कही तब उनको नहीं रोका गया, मतलब यह साफ कहा जा सकता है कि यदि पत्रकार ने रेत ठेकेदार ओर उसके कर्मचारियों की अवैध रेत परिवहन कराने वा अवैध वसूली की खबरें प्रकाशित ना कि होतीं तो पत्रकार को यह रेत माफिया प्रताड़ित नही करते।
निष्पक्ष निर्भीक पत्रकारिता करने की सजा क्या प्रशासन भी रेत माफियाओं के साथ मिला हुआ है लंबे समय से रायसेन जिले की रेत खदान विवादों में चलती आ रही है इनकी अनियमितताओं को देख पत्रकार ने आवाज उठाई तो उसको दिमागी और दाएं धमकाने का प्रयास किया नहीं माना तो फर्जी तरीके से फंसाने का प्रयास