फैक्ट चेक: फर्जी तस्वीर के जरिये राकेश टिकैत के साथ मारपीट और कालिख पोते जाने का दावा

 


 किसान नेता राकेश टिकैत देश के अलग-अलग हिस्सों का दौरा करते हुए केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें टिकैत कुछ लोगों के साथ दिख रहे हैं और सभी के चेहरों पर कालिख लगी हुई है. तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि भारत बंद करवा रहे टिकैत को राजस्थान के पपलाज में जनता ने बुरी तरह पीटा और मुंह पर कालिख पोत दी. बता दें कि 26 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चे ने भारत बंद का एलान किया था और 27 मार्च को राकेश टिकैत ने राजस्थान के पपलाज माता भवन में हुई किसान पंचायत में हिस्सा लिया था.  

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई है. ये तस्वीर दिल्ली के सिंघु बॉर्डर की है जिसमें एडिटिंग सोफ्टवेयर की मदद से राकेश टिकैत और अन्य लोगों के चेहरों पर कालिख लगा दी गई है. पपलाज माता भवन में राकेश टिकैत के साथ कोई मारपीट नहीं हुई थी. हालांकि, 2 अप्रैल को राजस्थान के अलवर में टिकैत के काफिले पर कथित रूप से हमला होने की खबर जरूर आई थी.

इस तस्वीर को फेसबुक पर शेयर करते हुए यूजर्स लिख रहे हैं, "भारत बंद करवाने चले थे राजस्थान के पपलाज मैं जनता ने लात और थप्पड़ों की बारिश के बाद मुंह पर कालिख पोती". ट्विटर पर भी लोग इस भ्रामक पोस्ट को शेयर कर रहे हैं. वायरल पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.

कैसे पता की सच्चाई?

वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें यूट्यूब पर न्यूज एजेंसी ANI का एक वीडियो मिला जिसे इस साल जनवरी में अपलोड किया गया था. वायरल तस्वीर को इसी वीडियो में से लिया गया है और लोगों के चेहरे फोटोशॉप की मदद से काले कर दिए गए हैं. वीडियो सिंघु बॉर्डर का है जब राकेश टिकैत ANI के पत्रकार से बात कर रहे थे. असली तस्वीर कुछ खबरों में भी मौजूद है.

खोजने पर सामने आया कि 27 मार्च को राकेश टिकैत राजस्थान के दौसा में स्थित पपलाज माता भवन में एक किसान पंचायत में शामिल हुए थे. इस बारे में उन्होंने खुद ट्वीट करके जानकारी दी थी. लेकिन हमें ऐसी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें ये जिक्र हो कि टिकैत के साथ मारपीट हुई और उनके मुंह पर कालिख पोती गई.

हालांकि, अलवर में बीते शुक्रवार को राकेश टिकैत के काफिले पर कुछ लोगों द्वारा कथित तौर पर हमले का मामला सामने आया था. खबरों के मुताबिक, टिकैत अलवर में किसान पंचायत को संबोधित करने आए थे. इस दौरान कुछ लोगों ने टिकैत के काफिले पर पत्थर मारकर कार के शीशे तोड़े दिए और टिकैत पर स्याही भी फेंकी गई थी. इस हमले का आरोप राकेश टिकैत ने बीजेपी के लोगों पर लगाया था. इस मामले में राजस्थान पुलिस 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिसमें से एक आदमी को बीजेपी के छात्र संघ एबीवीपी का सदस्य भी बताया जा रहा है.

यहां इस बात की पुष्टि हो जाती है कि वायरल पोस्ट भ्रामक है. फर्जी तस्वीर के जरिये राकेश टिकैत के साथ मारपीट होने और उन पर कालिख पोते जाने का झूठा दावा किया जा रहा है.


 

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