(एनसीआरबी) द्वारा जारी रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश में हर घंटे में चार बलात्कार होते हैं.
अंजना मिश्रा प्रखर न्यूज व्यूज एक्सप्रेस
देश भर में रेप के मामले बढ़ते ही जा रहे है. हर दिन कहीं ना कहीं महिला, बच्ची इस दुष्कर्म का शिकार हो रही है. साल 2020 में बलात्कार के कुल 28046 मामले दर्ज किए गए, जिसमें प्रथम स्थान पर राजस्थान में कुल 5,310 मामले दर्ज हुए. जबकि दूसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश में बलात्कार के 2,769 मामले दर्ज हुए. इन दोनों राज्यों के बाद मध्य प्रदेश 2,339 मामलों के साथ तीसरे स्थान पर और महाराष्ट्र 2,061 मामलों के साथ चौथे स्थान पर रहा.राजस्थान में साल 2020 में सबसे अधिक बलात्कार के मामले दर्ज किए हैं. इसके बाद लिस्ट में इस मामले में दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश का नाम शामिल है. इन दोनों राज्य में बलात्कार जैसे जघंन्य अपराध के मामलों की बात करें तो देशभर के कुल मामलों में करीब 30 प्रतिशत रेप केस सिर्फ इन्हीं दोनों राज्यों में दर्ज किए गए. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी साल 2020 के आंकड़ों से ये जानकारी मिली है.
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक 18 वर्ष से कम उम्र की बलात्कार पीड़िताओं की संख्या देश में 2640 रही, जबकि 18 वर्ष से ऊपर की पीड़िताओं की संख्या 25406 रही. वहीं सबसे ज्यादा मामलों वाले राजस्थान में 18 वर्ष से कम उम्र की बलात्कार पीड़िताओं की संख्या देश में 1279 रही, जबकि 18 वर्ष से ऊपर की पीड़िताओं की संख्या 4031 रही. रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में आधे से अधिक बलात्कार के मामलों में अपराधी कथित रूप से पारिवारिक मित्र, पड़ोसी, कर्मचारी या अन्य ज्ञात लोग थे.
सबसे ज्यादा रेप केस वाले 5 राज्य
राजस्थान- 5310
उत्तर प्रदेश- 2769
मध्य प्रदेश- 2339
महाराष्ट्र- 2061
असम- 1657
सबसे कम रेप केस वाले 5 राज्य
सिक्किम- 12 केस
नागालैंड- 4 केस
मणिपुर- 32 केस
मिजोरम- 33 केस
गोवा और अरुणाचल प्रदेश- 60 केस
केंद्र शासित प्रदेशों में दिल्ली में सबसे ज्यादा रेप
दिल्ली- 997 केस
जम्मू-कश्मीर- 243 केस
चंडीगढ़- 60 केस
पुदुचेरी- 8 केस
दमन दीव- 4 केस
लक्षद्वीप- 3 केस
लद्दाख- 2 केस
अंडमान-निकोबार- 2 केस
बलात्कार के मामले में राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध में लगभग 16 प्रतिशत की गिरावट देखी गई. यहां महिलाओं के खिलाफ दर्ज हुए अपराधों की संख्या 34,535 रही और इस मामले में राजस्थान तीसरे स्थान पर रहा. महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक मामलों में उत्तर प्रदेश 49,385 मामलों के साथ सबसे ऊपर है, वहीं दूसरे नंबर पर मौजूद पश्चिम बंगाल में 2020 में महिलाओं के खिलाफ दर्ज होने वाले आपराधिक मामलों की संख्या 36,439 रही.
साल 2020 में देश में महिलाओं के खिलाफ कुल 371503 मामले दर्ज किए गए. हालांकि, क्राइम रेट की बात करें तो टॉप तीन राज्यों में राजधानी दिल्ली का नाम भी शामिल है. असम 154.3 फीसदी क्राइम रेट के साथ राज्यों की सूची में सबसे ऊपर है. दूसरे नंबर पर 112.9 फीसदी क्राइम रेट के साथ ओडिशा और 106.4 फीसदी क्राइम रेट के साथ दिल्ली तीसरे नंबर पर है.
एनसीआरबी के डाटा के मुताबिक राजस्थान में अनुसूचित जाति के लोगों के खिलाफ अपराधों में वृद्धि देखी गई. साल 2018 में, अनुसूचित जाति के लोगों के खिलाफ राजस्थान में 4,607 मामले दर्ज हुए, जो 2019 में बढ़कर 6,794 और 2020 में 7,017 हो गए.
महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक मामले वाले 5 राज्य
उत्तर प्रदेश- 49,385
पश्चिम बंगाल- 36,439
राजस्थान- 34,535
महाराष्ट्र- 31,954
असम- 26,352
महिलाओं के खिलाफ सबसे कम आपराधिक मामले वाले 5 राज्य
मणिपुर- 247 केस
गोवा- 219 केस
मिजोरम- 172 केस
सिक्किम- 140 केस
नागालैंड- 39 केस