लोन के नाम पर लोगों से करता था ठगी:इंडिया बुल्स कम्पनी का एफएसओ निकला लाखों की ठगी का मास्टर माइंड, भोपाल से किया गिरफ्तार
ग्वालियर में लोन का झांसा देकर ठगी करने वाले एक आरोपी को राज्य साइबर सेल ने भोपाल से दबोचा है। पकड़ा गया आरोपी इंडिया बुल्स कंपनी का एफएसओ है और उसने कई लोगों को लोन के नाम पर चपत लगाई है। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ चार शिकायत राज्य साइबर सेल जोन ग्वालियर में दर्ज हैं। राज्य साइबर सेल की टीम को उस तक पहुंचने में दो साल लग गए। वह लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था। बुधवार को उसे भोपाल से गिरफ्तार किया गया है। राज्य साइबर सेल की टीम पकड़े गए आरोपी से पूछताछ में जुट गई है।
एसपी राज्य साइबर सेल सुधीर अग्रवाल ने बताया कि राजेन्द्र सिंह भोला, सुनील आर्य, कृष्ण पाल ने शिकायत की थी कि इंडिया बुल्स कंपनी से लोन निकाला था और उनका पैसा किसी ने OTP (वन टाइम पासवर्ड) लेकर निकाल लिया है। शिकायत मिलते ही राज्य साइबर सेल ने जांच की तो पता चला कि जादव सिंह द्वारा ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। उससे पूछताछ में पता चला कि उसके साथ ही इंडिया बुल्स के एफएसओ भी ठगी के मामले में शामिल है। इसका पता चलते ही राज्य साइबर सेल ने आरोपी की तलाश की तो पता चला कि आरोपी भोपाल में है। इसका पता चलते ही निरीक्षक मुकेश नारोलिया, उप निरीक्षक अजय मिश्रा, शैलेन्द्र राठौर, प्रधान आरक्षक हरनारायण शर्मा, आरक्षक राधारमन त्रिपाठी, पुष्पेंद्र यादव, अजीत सिंह, इन्दर सिंह यादव (आरपीएफ भोपाल मंडल ) एवं आरक्षक चालक मेघ श्याम को आरोपी को दबोचने के लिए रवाना किया। साइबर सेल की टीम ने आरोपी को भोपाल से गिरफ्तार किया है। अभी आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
यह था ठगी का तरीका
पड़ताल में पता चला है कि सरगना पहले मध्य प्रदेश के जिलों में अपनी टीम को भेज कर लोगों को लोन करने के बहाने उनसे उनके डाक्यूमेंट्स लेते थे। गिरोह इन डाक्यूमेंट्स की एडिटिंग करता था फिर लोन पास करा कर लोगों के खाते में भेज देते थे। उसके बाद लोन का पैसा आते ही टीम के सदस्य OTP के माध्यम से लोगों के खाते में से पैसे निकाल लेते थे। थे।
दो दर्जन से ज्यादा लोगों को बनाया शिकार
- प्रारंभिक पड़ताल में पता लगा है कि पकड़ा गया ठग अभी तक दो दर्जन से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुका है। उससे पूछताछ में और भी कई लोगों के नाम सामने आए हैं। यह एक बहुत बड़ा रैकेट है। पूछताछ में धीरेे-धीरे गिरोह की कड़ी खुलती जा रही है। साइबर सेल की टीम को यकीन है कि उससे कई और केस सामने आएंगे।