भोपालः ब्राह्मण समाज ने बुलाई महापंचायत, शिवराज सरकार पर लगाए आरोप

 


मध्य प्रदेश के सागर जिले में ब्राह्मण समुदाय ने गुरुवार को महापंचायत का ऐलान किया है। मामला एक शख्स के घर तोड़े जाने के विरोधस्वरूप है। उस शख्स पर आरोप है कि उसने बीते 16 सितंबर को अपनी शादीशुदा बेटी का पीछा करने वाले आरोपी को मौत के घाट उतार दिया है। ब्राह्मण समुदाय ने मामले में सीबीआई जांच की भी मांग की है। 

मामले में स्थानीय पुलिस के मुताबिक, 16 सितंबर को सेमरा लहरिया गांव के 25 वर्षीय राहुल यादव को 

युवती के परिवार ने कथित तौर पर जिंदा जला दिया था, राहुल पर उस युवती का पीछा करने और उससे मिलने का आरोप है। हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम में युवती भी 60 प्रतिशत झुलस गई थी। उसने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा था कि राहुल उससे प्यार करता था और उसकी मेरे परिवार वालों के साथ हाथापाई हुई। इस दौरान राहुल आग से झुलस गया। पुलिस ने मामले में लड़की के पिता(गांव के पूर्व सरपंच), चाचा, चचेरे भाई सहित परिवार के चार सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। 

17 सितंबर को मामले में यादव समुदाय के लोगों ने इस घटना पर विरोध प्रकट किया। प्रदेश के शहरी विकास और आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह घोषणा की आरोपी के घर को प्रशासन की टीम द्वारा ध्वस्त किया जाएगा। घटना के तीन दिन बाद ही मंत्री के आदेश पर प्रशासन की टीम ने आरोपी के घर को ध्वस्त कर दिया। प्रशासन की टीम ने आरोप लगाया कि आरोपी का घर अतिक्रमित भूमि पर बनाया गया है। प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में ब्राह्मण समाज ने गुरुवार यानि कल महापंचायत बुलाई है। साथ ही स्थानीय प्रशासन और प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया है। 

बुंदेलखंड सर्व युवा ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष भरत तिवारी ने कहा, “पुलिस और जिला प्रशासन ने राहुल यादव के परिवार के कहने पर चल रहा है। पुलिस और प्रशासन की बदले से की गई कार्रवाई मंत्री के इशारे पर हुआ है। जिनका घर तोड़ा गया, वे कोई माफिया से ताल्लुक नहीं रखते हैं। 

एक अन्य समुदाय के नेता मनोज तिवारी ने कहा, “मंत्री और आम लोग यह तय नहीं करेंगे कि कौन अपराधी है और कौन नहीं। केवल पुलिस जांच और अदालत तय करती है कि कोई व्यक्ति दोषी है या नहीं। आजकल मंत्री जनता के दबाव में आकर मौके पर ही फैसला करते हैं। इससे प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब होगी। हम चाहते हैं कि मामले की सीबीआई जांच हो, ”

ब्राह्ममण समुदाय की चार सूत्रीय मांगों में सीबीआई जांच, महिला का बेहतर इलाज, आरोपी विष्णु शर्मा और उनके बेटे शुभम का मुकदमे से नाम हटाना शामिल है। उनका कहना है कि घटना के वक्त वे दोनों मौके पर मौजूद नहीं थे। साथ ही समुदाय ने तोड़े के गए घर के पुनर्निर्माण की भी मांग की है।

महापंचायत से एक दिन पहले डीएम दीपक कुमार ने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाएगी और महिला को बेहतर इलाज के लिए भोपाल स्थानांतरित कर दिया जाएगा। एमपी में ब्राह्मण समुदाय की कुल आबादी का लगभग 6% है और उन्हें भाजपा समर्थक माना जाता है।

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता की मानें तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वास्थ्य मंत्री गोपाल भार्गव से घटना की जांच करने को कहा है। उन्होंने कहा, 'ऐसा क्यों और कैसे हुआ, इस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। मैं ब्राह्मण प्रतिनिधियों के एक समूह से मिलने जा रहा हूं।

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