गुजरात के सूरत से वापस लौटे 42 प्रवासी मजदूर
अंजना मिश्रा गुजरात
गुजरात के सूरत से हटिया होते मधुपुर स्टेशन पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन से शुक्रवार देर रात सूरत से 42 प्रवासी मजदूरों का जत्था मधुपुर पहुंचा। ट्रेन संख्या 09081 देर रात मधुपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर पहुंची। ट्रेन से उतरने वाले प्रवासी और उनके परिजनों का मेडिकल टीम द्वारा स्क्रीनिंग की गई। गिरिडीह के 18, जामताड़ा के 8, देवघर के 2, दुमका के 1और जमुई के 3 प्रवासी मजदूरों को प्रशासन ने वाहनों से गंतव्य तक पहुंचाया। बिहार के जमुई जिला के मजदूरों को दर्दमारा बॉर्डर तक पहुंचाया गया। वहां से सभी बिहार सीमा में प्रवेश किए। अनुमंडल पदाधिकारी योगेंद्र प्रसाद सहित सहयोगी पदाधिकारी, रेलवे अधिकारी व्यवस्था में जुटे रहे। प्रवासी मजदूरों में एक भी संक्रमित नहीं पाये गये। सभी को 7 दिनों के होम आईसोलेशन में रहने का निर्देश दिया गया है। इधर शनिवार को 787 मजदूर झारखण्ड और बिहार के विभिन्न जिलों से रोजगार की तलाश में परिवार सहित सूरत रवाना भी हुए। अधिकांश मजदूरों ने कहा कि परिवार के भरण-पोषण के लिए प्रदेश रवाना हो रहे हैं। यहां रोजगार की कमी है। सूरत के कपड़ा मील या प्राईवेट कंपनियों में 12-15 हजार रुपया महीना पगार मिल जाता है। रवाना होने वाले मजदूरों में बिहार के जमुई, बांका, झारखण्ड के देवघर, जामताड़ा, दुमका, गिरिडीह के मजदूर शामिल हैं। ट्रेन में कतारबद्ध ढंग से मजदूरों को रवाना किया गया। स्क्रीनिंग की स्टेशन पर व्यवस्था नहीं थी। सोशल डिस्टेंस की अनदेखी होती रही।