अहमदाबाद में बिल्डर को चेक बाउंस मामले में कोर्ट ने 2 साल की सख्त कैद की सजा सुनाई
अंजना मिश्रा - गुजरात ब्यूरो
चेक रिटर्न के मामले में कोर्ट ने एक ऐसा आदेश सुनाया है जहां पर धोखाधड़ी कर रहे ऐसे लोगों पर कोर्ट ने शिकंजा कसने की कोशिश की है जिससे धोखाधड़ी करने वाले लोगों की चिंता बढ़ गई है कोर्ट ने आरोपी को चुकाने वाली रकम से 2 गुना ज्यादा रकम चुकाने का आदेश दिया तथा कोर्ट का वक्त जाया करने के लिए भी आरोपी को ₹500000 दंड भरने के लिए कहा इसके अलावा 2 वर्ष की सजा भी आरोपी को सुनाई गई है ।
शिकायतकर्ता अशोक सिंघल आशीर्वाद ट्रेडर्स के नाम पर सीमेंट और चलिए का व्यापार करते हैं जिनके पास से आरोपी शांतिलाल पटेल जो की ग्रीनरी डेवलपर्स के नाम से कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं उन्होंने शिकायतकर्ता अशोक भाई के पास से 47.८5 लाख का का माल खरीदा था लेकिन केस में पेमेंट नहीं कर पाने की वजह से इसके लिए चेक दिया था लेकिन चेक वापस हो जाने से मामला कोर्ट पहुंच गया था । वर्ष 2019 में मामला कोर्ट में पहुंचा था ।
क्या सजा हुई
अहमदाबाद के ग्रीनरी डेवलपर्स का मालिक आरोपी शांतिलाल पटेल के खिलाफ शिकायतकर्ता आशीर्वाद ट्रेडर्स के मालिक अशोक सिंघल की तरफ से एडवोकेट विनय शुक्ला ने कोर्ट में मामला दर्ज करवाया था एडवोकेट ने बताया कि कोर्ट ने आरोपी को सजा सुनाते हुए 47.85 लाख के एवज में कुल 90 लाख रुपए चुकाने के लिए आदेश दिया है यानी कि जितने की धोखाधड़ी आरोपी ने की थी उस से 2 गुना ज्यादा रकम अब आरोपी को चुकानी होगी । इसके अलावा कोर्ट ने कहा कि आरोपी ने कोर्ट का वक्त जाया किया 5.71 लाख रुपए का दंड भी सुनाया है ।
कोर्ट ने कहा बिल्डर सिक्युरिटी रकम दे ये बात नहीं मानी जा सकती
बचाव पक्ष के वकील एडवोकेट विनय शुक्ला ने बताया कि कोर्ट ने पहली बार इतना बड़ा दंड किसी व्यक्ति को सुनाया है ऐसा माना जा सकता है ऐसा बहुत कम केसों में होता है बचाव पक्ष ने यह कहते हुए अपना बचाव किया था कि शिकायतकर्ता को जो चेक दिया गया था वह उसके माल सामान के खरीदने के लिए नहीं बल्कि शिकायतकर्ता ने आरोपी के पास से मकान खरीदा था जिसके लिए उसने उन्हें कैश पेमेंट दिया था लेकिन शिकायतकर्ता को या भरोसा नहीं था कि हम उसे घर देंगे या नहीं जिसकी सिक्योरिटी के एवज में हमने शिकायतकर्ता को चेक दिया था लेकिन कोर्ट ने उसे यह कहते हुए नकार दिया कि कोई बिल्डर कभी भी घर बेचने के बाद किसी ग्राहक को सिक्योरिटी के तौर पर चेक देगा यह बात माने नहीं की जा सकती क्योंकि ऐसा असंभव है ।