सूरत कपड़ा मंडी के कपड़ा व्यापारी नहीं देंगे ट्रांसपोर्ट चार्ज
अंजना मिश्रा
सूरत. जिसका अंदेशा था वो ही सूरत कपड़ा मंडी में ग्रे डिलीवरी के ट्रांसपोर्ट चार्ज नियम लागू होने से पहले ही दिखने लगा है। सूरत कपड़ा मंडी के व्यापारिक संगठन सूरत मर्कंटाइल एसोसिएशन ने रविवार शाम को बुलाई बैठक में फैडरेशन ऑफ गुजरात वीवर्स एसोसिएशन के ट्रांसपोर्ट चार्ज नियम को सिरे से खारिज कर दिया है।
एसोसिएशन की साप्ताहिक बैठक की शुरुआत में पहले की तरह सूरत कपड़ा मंडी के उलझे हुए व्यापारिक मामलों में कोर कमेटी, वर्किंग कमेटी व पंच पैनल के सदस्य व्यापारियों ने सुनवाई की और आवश्यक मामलों का दोनों पक्ष की सहमति से समाधान भी किया गया। बैठक में मौजूद व्यापारियों ने शनिवार को फैडरेशन ऑफ गुजरात वीवर्स एसोसिएशन की ओर से ग्रे डिलीवरी के ट्रांसपोर्ट चार्ज निर्णय पर कड़ा एतराज जताया और इसे सिरे से खारिज करने की मांग रखी, जिस पर सभी ने सहमति से पुराने नियम के अनुसार ही माल डिलीवरी लेने व नया नियम नहीं मानने का फैसला किया गया। बैठक के दौरान सूरत मर्कंटाइल एसोसिएशन के प्रमुख नरेंद्र साबू, आत्माराम बाजारी, राजीव ओमर, दुर्गेश टिबड़ेवाल समेत अन्य कई व्यापारी व सदस्य मौजूद थे।
बैठक में तय किया गया कि सूरत मर्कंटाइल एसोसिएशन सूरत कपड़ा मंडी के सभी व्यापारियों से सलाह-मशवरा करने के बाद ट्रेडर्स, वीवर्स व प्रोसेसर्स से संबंधित व्यापार की नई गाइडलाइन तैयार करेगी और उसे एक अप्रेल से लागू किया जाएगा। इस नई गाइडलाइन में सूरत कपड़ा मंडी के हितों को सर्वोपरि रखा जाएगा।
सूरत साउथ गुजरात टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन की आवश्यक बैठक का आयोजन सोमवार शाम को कपड़ा बाजार स्थित सूरत टैक्सटाइल मार्केट के बोर्डरूम में किया जाएगा। एसोसिएशन ने बताया कि वीवर्स संगठन ने ग्रे डिलीवरी पर प्रति मीटर ट्रांसपोर्ट चार्ज लेना तय किया है, जो कि सूरत कपड़ा मंडी का गंभीर मुद्दा है। इस विषय पर आवश्यक चर्चा के लिए सूरत टैक्सटाइल मार्केट के बोर्डरूम में शाम साढ़े चार बजे से आयोजित बैठक में सभी टैक्सटाइल मार्केट के प्रतिनिधि व्यापारियों को बुलाया गया है।