रात में परिवार के साथ देखा टीवी, सबके सोने पर महिला ने मासूम बेटे का दरांती से काटा सिर, फिर छत से कूदकर की आत्महत्या
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के रामघाट थाना इलाके के गांव विजय नगलिया में बुधवार देर रात मासूम पुत्र का सिर दरांती से धड़ से अलग करने के बाद मां ने खुद भी जहर खाकर छत से छलांग लगाकर जान दे दी। परिजन गंभीर अवस्था में महिला को उपचार को ले गए, लेकिन हायर मेडिकल सेंटर पहुंचने पर उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने दोनों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। वहीं, आरोपी मृतका मानसिक रूप से बीमार बताई जा रही है।
क्षेत्र के गांव विजय नगलिया निवासी महिला जितेंद्री पत्नी रंजीत कुमार बुधवार रात अपने लगभग 15 माह के पुत्र रक्षित के साथ घर के अंदर एक चारपाई पर सोई थी। जबकि, बराबर की चारपाई पर उसकी दो ननद सो रहीं थी। घर के कमरे में देवर जितेन्द्र, लाखन व लवकुश सोए हुए थे। रात लगभग एक बजे घर के पीछे खाली पड़े एक मकान में कुछ गिरने की आवाज आने पर ननद शशि व चंचल जाग गए। चंचल ने बताया कि इसके बाद उन्होंने देखा कि भाभी जितेन्द्री व भतीजा रक्षित अपने बिस्तर पर नहीं है। जबकि, अंदर से कमरे का दरवाजा बंद था। तो वह सीढ़ी से मकान की छत पर पहुंची।छत पर रक्षित का लहुलुहान शव पड़ा था, जिसकी गर्दन दरांती से कांटी गई थी। उसका धड़ और सिर अलग थे जबकि, पड़ोस के बंद पड़े मकान की टूटी छत के नीचे से कराहने की अवाज भी आ रही थी। मोहल्ले के लोग भी एकत्रित हो गए। बंद पड़े इस मकान में नीचे उतरकर लोगों ने देखा तो वहां गंभीर हालत में जितेन्द्री पड़ी थी। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। एसओ रामघाट बच्चू सिंह ने बताया कि मृतक रक्षित का शव कब्जे में लेने के साथ ही गंभीर जितेन्द्र को उपचार को भिजवाया गया। लेकिन रास्ते मे जितेन्द्री की मौत हो गई। मृतका के देवर जितेन्द्र कुमार की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। परिजनों ने बताया है कि जितेन्द्री मानसिक तौर पर परेशान रहती थी।
तीन वर्ष पूर्व हुई थी शादी
लगभग तीन वर्ष पूर्व मानकचंद्र के पुत्र रंजीत की शादी जितेन्द्री के साथ हुई थी। लगभग 15 माह पूर्व उनके घर में रक्षित का जन्म होने पर पूरा परिवार खुश था। रंजीत जयपुर में कार्य करता है। घटना की रात वह जयपुर में ही था। तीन माह पूर्व ही परिवार वालों ने रक्षित का जन्मदिन मनाया था। बड़े परिवार में रक्षित अकेला बच्चा होने के कारण सभी का लाडला था। रक्षित की दर्दनाक हत्या एवं जितेन्द्री की मौत से पूरा परिवार सदमे में है। घर पर सांत्वना देने वालों का तांता लगा हुआ है
रात में सब था सामान्य, परिवार ने टीवी भी देखा
मानकचंद्र के पांच पुत्र व तीन पुत्रियों में रंजीत सबसे बड़ा है। जो जयपुर में कार्य करता है। रंजीत की शादी के साथ ही रंजीत के छोटे भाई विनोद की भी शादी हो चुकी है। विनोद भी बाहर नौकरी करता है। विनोद की पत्नी इस दौरान गांव में नही थी। मानक चंद्र का तीसरा पुत्र नीतू उर्फ जितेन्द्र, लाखन व लवकुश है। जबकि पुत्रियों में रश्मि, चंचल व शशि है। घटना की रात मानकचंद्र अपने पुत्र नीतू उर्फ जितेन्द्र के साथ घर पर सोए हुए थे। जबकि लाखन व लवकुश घर में कमरे के अंदर थे। मानक चंद्र की पत्नी बीमार होंने के कारण अलीगढ़ थीं। मृतका की ननद चंचल ने बताया कि वह घर के अंदर बरामदे में भाभी के बराबर की चारपाई पर ही सोई थी। रात्रि दस बजे तक उन्होंने साथ साथ टीवी देखा था। जिसके बाद सभी अन्य दिनों की तरह ही सोए थे।