अहमदाबाद के निजी अस्पताल में 210 मरीज वेंटिलेटर पर, सरकारी आंकड़ों में कहीं इसका जिक्र ही नहीं

Anjanà Mishra


अहमदाबाद- दिवाली के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करने में सरकार और कॉर्पोरेशन की लापरवाही के चलते ही कोरोना का असर फिर से बढ़ने लगा है और राज्य में लगभग 1600 केस सामने आ रहे है। अहमदाबाद के अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ रही है।

शहर में कोरोना की गंभीर स्थिति के बीच राज्य सरकार और कॉर्पोरेशन द्वारा कोरोना की वास्तवीक परिस्थिति छुपाई जा रही है। अहमदाबाद में सरकारी अस्पतालों में कोरोना के मरीजों और मौत के सही आंकड़े घोषित नहीं किए जा रहे है जिसके कारण अहमदाबाद में कोरोना की और बेड की परिस्थिति से अभी भी लोग अनजान है। मौत के आंकड़े भी छुपाए जा रहे है।

इसके साथ ही अब सरकारी अस्पतालों में कितने मरीज वेंटिलेटर पर है जिनकी जानकारी भी सरकार और कॉर्पोरेशन द्वारा गुप्त रखकर लोगों को कोरोना महामारी के बीच गुमराह किया जा रहा है। कॉर्पोरेशन की रविवार के दिन जारी प्रेसनोट मेें अहमदाबाद में कुल एक्टिव केस 2739 है जबकि निजी अस्पतालों में और कोविड सेंटर में रविवार तक कुल 2916 कोराेना के मरीज इलाज ले रहे है।

शहर के 97 निजी अस्पतालों में 337 बेड खाली

अहमदाबाद के 97 निजी अस्पतालों में 337 बेड खाली है। आईसोलेशन वाॅर्ड में 161, एचडीयू के 132, आईसीयू वेंटिलेटर बगैर 30 और आईसीयू वेंटिलेटर के 14 बेड खाली है, जबकि कुल 3152 बेड में से आईसोलेशन वॉर्ड में 1062 बेड, एचडभ्यू में 1133, आईसीयू में 440 और आईसीयू में वेंटिलेटर पर 210 मरीजों का इलाज चल रहा है।

कॉर्पोरेशन के अनुसार अब तक कुल 2739 एक्टिव केस

अहमदाबाद में कॉर्पोरेशन द्वारा कुल एक्टिव केस 2739 बताए जा रहे है और निजी अस्पताल में इससे भी अधिक और 177 मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं कॉर्पोरेशन की प्रेस नोट में इसकी किसी भी तरह की जानकारी बताई नहीं जा रही है।

वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस अस्पताल का उद्‌घाटन किया था उसमें कोरोना के 1 हजार बेड है बावजूद इसकी किसी भी तरह की जानकारी एएमसी अथवा एवीपी अस्पताल प्रशासन की ओर से दी नहीं जा रही है, जिससे स्पष्ट हो रहा है कि प्रशासन कोरोना के आंकड़े छुपाने का प्रयास कर रहा है। अहमदाबाद में कुल एक्टिव केस की तुलना में निजी अस्पताल में मरीज अधिक है।

विधायक इमरान खेड़ावाला ने ट्विट कर कहा- डॉ. राजीव गुप्ता जनता को मौत के मुंह में न झोंके

हाल ही में अहमदाबाद में कोरोना का असर बढ़ने लगा है और मौत के आंकड़ों को लेकर लोगों की जान जाेखिम में है। शहर मेें हर दिन 330-340 नए केस सामने आ रहे है। वर्तमान में कोरोना पर लगाम कसने के लिए प्रशासन की ओर से अनेक प्रयास किए जा रहे है इसके बावजूद कोरोना कंट्रोल में नहीं है। जबकि महामारी के बीच एएमसी के अधिकारी पर आंकड़े छुपाने और काम मेें लापरवाही बरतने को लेकर आरोप लगाए जा रहे है।

इसी क्रम में कांग्रेस के विधायक इमरान खेडावाला ने तो एएमसी के अधिकारी पर आंकड़े छुपाने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं खास तौर पर तैनात अधिकारी डॉ राजीव गुप्ता को निशाना साधते हुए उन्होंने ट्विट कर कहा है कि डॉ राजीव गुप्ता साहेब शहर की जनता को मौत के मुुंह में न भेजे और सच बताएं ऐसी अपेक्षा।

उन्होंने इस ट्विट को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को भी टैग किया है। विधायक खेडावाला के इस ट्विट के बाद डॉ राजीव गुप्ता ने उन्हें ब्लॉक कर दिया है।

10 की मौत: पिछले चौबीस घंटों में शहर और जिले में निरंतर नववें दिन 300 से अधिक यानि की 357 नए केस दर्ज किए गए है और 378 मरीजों के ठीक हो जाने के बाद उन्हें छुट्‌टी दी गई है। जबकि 10 मरीजों की मौत हो गई है।

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