गैंगरेप करने वाले दोनों रेलवे अफसर निलंबित, जीआरपी ने भेजा जेल
भोपाल - भोपाल रेलवे स्टेशन के वीआईपी रूम में महोबा की युवती से गैंगरेप के आरोपी दोनों रेलवे अफसरों को निलंबित कर दिया गया है। जीआरपी ने रविवार को दोनों आरोपियों को जिला अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। कोर्ट में पीडि़ता के 164 के बयान भी दर्ज हुए हैं। रेलवे प्रबंधन ने इस मामले में आरोपियों के लिए वीआईपी रूम खोलने वाले इंजीनियर अभिजीत साहा को निलंबित किया है। एसपी रेल हितेश चौधरी ने बताया कि 22 वर्षीय युवती को नौकरी दिलाने का झांसा देकर सेटी काउंसलर ने राजेश तिवारी शनिवार सुबह सात बजे भोपाल बुलाया था। युवती को रिसीव करने के बाद आरोपी राजेश ने उसे भोपाल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर बने वीआईपी रूम में इलेक्ट्रिक जनरल भोपाल स्टेशन के इंचार्ज आलोक मालवीय की मदद से रुकवाया था। राजेश ने युवती के लिए नाश्ता की व्यवस्था कराई और यह कहकर चला गया था कि सर को लेकर आता हूं वहीं तुहारी नौकरी की व्यवस्था करेंगे। दस बजे राजेश के साथ आलोक मालवीय के साथ रूम पहुंचा।
उनके पास एक थैला था जिसमें शराब की बोतल के साथ कोल्ड ड्रिंस भी था। उन्होंने युवती को कोल्ड ड्रिंस ऑफर की और खुद उसके सामने शराब पी। कोल्ड ड्रिंस पीकर युवती को नींद आ गई। इसके बाद दोनों आरोपियों ने उसके साथ गैंगरेप किया। दोपहर करीब एक बजे युवती की नींद खुली तो दोनों गायब थे और युवती के शरीर पर कपड़े नहीं थे। इस पर उसने 100 नंबर पर कॉल किया और आपबीती सुनाई। पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को जीआरपी ले गई। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज हुआ।