दिल्लीवालों के लिए बुरी खबर, मानसून तो राजधानी पहुंचा, पर बरसात कम होने का अनुमान

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली में दो दिन पहले मानसून आने की घोषणा बृहस्पतिवार को कर दी गई। सामान्य रूप से दिल्ली में मानसून की शुरुआत 27 जून को होती है। विभाग ने कहा कि मानसून राजस्थान के कुछ और क्षेत्रों, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश के बाकी इलाकों, समूची दिल्ली, हरियाणा के कुछ स्थानों और पंजाब के ज्यादातर हिस्सों की तरफ बढ़ गया है। 


मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बंगाल की खाड़ी के ऊपर निर्मित चक्रवाती दबाव 19 और 20 जून को दक्षिण पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ा जिसके कारण दिल्ली में समय से पहले मानसून पहुंच गया। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, “दिल्ली में मानसून आने की घोषणा करने के दो मानदंड हैं- पिछले चौबीस घंटे में हुई बारिश और हवा की दिशा।” उन्होंने कहा, “इन दोनों मानदंडों को पूरा करने के बाद ही दिल्ली में मानसून की घोषणा की जाती है।” 


निजी मौसम पूर्वानुमान सेवा कंपनी स्काईमेट के महेश पलावत के अनुसार दिल्ली में मानसून का आगमन हो चुका है लेकिन कम बरसात होने का अनुमान है। उन्होंने कहा, “बृहस्पतिवार की शाम और शुक्रवार को बारिश हो सकती है। 27 और 28 जून को मौसम साफ रहेगा।” आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि मानसून का उत्तरी क्षेत्र नागौर, अलवर, दिल्ली, करनाल और फिरोजपुर से होकर गुजरता है। मानसून के बादल की वजह से बुधवार को शहर के कुछ हिस्सों में बारिश हुई थी लेकिन विभाग ने बृहस्पतिवार को मानसून के आगमन की घोषणा की थी। 


 


चंडीगढ़ में मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिणपश्चिम मानसून पंजाब के ज्यादातर हिस्सों और हरियाणा के कुछ हिस्सों की तरफ बढ़ गया है। दोनों ही राज्यों में अधिकतम तापमान में सामान्य की अपेक्षा कुछ डिग्री की डिग्री की गिरावट दर्ज की गई और यही स्थिति दोनों की राजधानी चंडीगढ़ में भी रही। चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे है। हरियाणा के नरनौल में अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे हैं। वहीं हिसार में तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम है। करनाल में दिन में हल्की बारिश हुई और अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम है।पंजाब के पटियाला में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम है। वहीं अमृतसर और लुधियाना में हल्की बारिश हुई और अधिकतम तापमान क्रमश: 33.5 और 33.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग ने बृहस्पतिवार को बताया कि बिहार में आकाशीय बिजली गिरने से 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। कई लोग घायल हो गए और संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा।


 


विभाग की ओर से जारी बयान के अनुसार 23 जिलों में 83 लोगों की मौत आकाशीय बिजली गिरने की वजह से हो गई और सबसे ज्यादा 13 मौत गोपालगंज जिले में हुई। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि अगले कुछ दिनों में राज्य के 38 जिलों में गरज के साथ बारिश की संभावना है। वहीं इस दौरान बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्र उत्तरी बिहार में भारी से भारी बारिश हो सकती है।


 


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