मामूली लक्षण वाले कोविड मरीजों का घर पर ही ऐसे करें देखभाल, केंद्र ने जारी किया गाइडलाइंस
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अगर किसी कोरोना मरीज में बिल्कुल सामान्य लक्षण दिख रहे हों और उसकी हालत स्थिर हो तो उसका घर में ही देखभाल करना बेहतर है। ऐसे मरीजों की देखभाल करने वालों के लिए गाइडलांस जारी किया गया है।
नई दिल्ली
केंद्र सरकार कोरोना वायरस से संक्रमित वैसे मरीजों का इलाज और देखभाल घर पर ही करने के पुराने गाइडलाइंस को अपडेट किया है जिनमें बीमारी के मामूली लक्षण दिख रहे हों। कोरोना पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अगरवाल ने कहा कि बेहद मामूली लक्षणों वाले मरीजों को घर में ही आसलोशन में रखना बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों की घर में देखभाल करने वालों के लिए कुछ विशेष सावधानियां बरतने की हिदायत दी गई है। इनमें मास्क से लेकर हाथों की सफाई, ग्लोव आदि तक विस्तृत दिशानिर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया, 'बहुत मामूली लक्षणों वाले मरीजों को अस्पताल के बजाय घर में ही अलग रखना अधिक सुरक्षित होने के कारण यह व्यवस्था दी गई है। इसमें मरीज और उसकी नियमित देखभाल के लिए निर्दिष्ट व्यक्ति (केयर गिवर) के लिए विशेष सुरक्षा उपाय सुझाए गए हैं।' उन्होंने कहा कि ये दिशानिर्देश पिछले दिनों संदिग्ध मरीजों के आइसोलेशन में रखे जाने के बारे में जारी किए गए दिशानिर्देशों को ही विस्तार देते हुए जारी किए गए हैं।
अगर आप होम क्वॉरेंटाइन में किसी मरीज का देखभाल कर रहे हैं तो इन बातों का ख्याल रखें...
मास्क : मरीज के रूम में जाने से पहले तीन लेयर का मेडिकल मास्क पहनें। पहनते वक्त मास्क का अगला हिस्सा नहीं छुएं। अगर मास्क गीला या गंदा हो गया हो तो उसे तुरंत बदलें। इस्तेमाल के बाद मास्क को अलग कर दें और उसे फेंकेने के बाद सही तरीके से हाथ धोएं और सैनटाइजर का इस्तेमाल करें।
परहेज : मरीज का देखभाल करने वाले को अपना चेहरा, नाक या मुंह नहीं छूना चाहिए।
हाथ की सफाई : मरीज को छूने के बाद या बिना छुए उसके आसपास जाने के बाद
खाना बनाने के पहले और बाद
खाना खाने से पहले
टाइलट यूज करने के बाद
हाथ जब भी गंदा हो या दिखे
साबुन और पानी से 40 सेकंड तक हाथ रगड़ें। अगर हाथ गंदा नहीं दिख रहा हो तो ऐल्कोहल हाथ में लेकर रगड़ सकते हैं।
सुबन और पानी से हाथ धोने के बाद डिस्पोजेबल पेपर से हाथ पोंछकर सुखा लें। अगर पेपर नहीं हो तो कपड़े का साफ तौलिया इस्तेमाल करें और जब वह गीला हो जाए तो बदल दें। ध्यान रहे कि आप जिस तौलिये में हाथ पोंछें, उसका इस्तेमाल कोई और न करे।
मरीज की देखभाल : मरीज के शरीर से निकला किसी भी तरह के द्रव को डायेरक्ट टच नहीं करें। खासकर, थूक, लार, छींक, खांसी आदि के सीधे संपर्क में नहीं आएं। मरीज की देखभाल करते वक्त डिस्पोजेबल हैंड ग्लव्स पहनें। ग्लव्स पहने से पहले और खोलने के बाद हाथ साफ करें।
मरीजे के इस्तेमाल की किसी भी चीज का उपयोग आप नहीं करें।
मरीज को खाना उसके कमरे में ही दें। उसके खाने के बर्तनों को साबुन/डिटर्जेंट और पानी से धोएं और ग्लव्स पहनकर ही धोएं। साफ किए बर्तन में मरीज को दोबारा खाना दे सकते हैं।
मरीज के कमरा, कपड़ा या उसके इस्तेमाल की कोई भी वस्तु साफ करते वक्त ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क और डिस्पोजेबल ग्लव्स जरूर पहनें।
सुनिश्चित करें कि मरीज दिशानिर्देशों का पालन अच्छी तरह से कर रहा है।
हर दिन मरीज के शरीर का तापमान मापें और अगर लक्षण बढ़ते दिखें तो तुरंत हेल्थ अथॉरिटी को सूचना दें।