लॉकडाउन: रेलें रुकने से 1 हफ्ते में सूरत को 10Cr का नुकसान, लाखों यात्रियों को देना पड़ा रिफंड
सूरत। पूरे देश में लगे 21 दिन के लॉकडाउन के चलते भारतीय रेलवे को अरबों रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। ट्रेनों पर ब्रेक से एक हफ्ते में रेलवे को सिर्फ सूरत परिक्षेत्र में ही 10 करोड़ का नुकसान हुआ है। पिछले सात दिनों में यानी 23 मार्च से 29 मार्च के बीच सूरत स्टेशन पर ट्रेनें नहीं चलीं, जिसकी वजह से 10 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। यह नुकसान दरअसल लोगों को रिफंड किए जा रहे पैसे की वजह से ज्यादा हो रहा है।जानकारी के अनुसार, लोगों के बुकिंग किए हुए रेल टिकर रद्द होने के चलते पश्चिम रेलवे द्वारा 62 करोड़ रुपए लोगों को रिफंड करने पड़े हैं। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि, 2.73 लाख यात्रियों को रिफंड किया गया। वहीं, पश्चिम रेलवे का कुल नुकसान 100 करोड़ के पार पहुंच गया है। यह अब तक का सबसे बड़ा नुकसान है, जो परिचालन, पार्सल और ऑपरेशनल है। इस लॉकडाउन की वजह से रेलवे की हर आय नुकसान झेल रही है।ट्रेनों पर ब्रेक से एक हफ्ते में सिर्फ सूरत को 10 करोड़ का नुकसान हुआ है, जबकि पूरे देश के रेलवे की हालत देखें तो भारतीय रेलवे तगड़े नुकसान में हैं। 7 दिन में मुंबई डिवीजन में 2,73,960 यात्रियों को कुल 22,22,97,538 रुपए रिफंड दिया गया। बताया जा रहा है कि, इसमें लेवल 7 दिन में मुंबई डिवीजन के सूरत उधना स्टेशन के 51 हजार यात्रियों ने कुल 7 करोड़ रुपए रिफंड लिए हैं।