भाजपा के पूर्व पार्षद शंकर यादव समर्थकों के साथ थामेंगे कांग्रेस का हाथ
इंदौर- वर्षों तक भारतीय जनता पार्टी में विभिन्न् पदों पर रहे पूर्व पार्षद शंकर यादव अब कांग्रेस का दामन थामेंगे। शुक्रवार को राऊ विधानसभा क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रम के दौरान वे मुख्यमंत्री कमलनाथ के समक्ष कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। वे अपने समर्थकों के साथ कार्यक्रम में शामिल होंगे। पूर्व मंत्री लक्ष्मण सिंह गौड़ के कट्टर समर्थक रहे यादव कुछ समय से अपने ही गुट में उपेक्षा के शिकार हो रहे थे। गुल्टू हत्याकांड में उनके भाईयों को हुई सजा के कारण भी वे परेशान हैं। बीते कुछ दिनों से वे मंत्री जीतू पटवारी के संपर्क में थे। यादव के कांग्रेस में जाने के फैसले के बाद भाजपा नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश की, लेकिन वे मानने को राजी नहीं हुए। सुबह पूर्व मेयर मालिनी गौड़ ने भी उनसे चर्चा की और फैसला बदलने को कहा लेकिन यादव को मनाने में नाकाम रहीं।
पूर्व मेयर मालिनी गौड़ ने कहा कि वे मेरे साथ निगम परिषद में थे और काफी अच्छा काम रहा है उनका। वे कुछ पारिवारिक कारणों से भाजपा छोड़ रहे हैं।
शंकर यादव चार नंबर विधानसभा में संगठन के अभियानों से जुड़ी जिम्मेदारी संभालते थे और नगर निगम में जनकार्य समिति प्रभारी भी थे लेकिन वे अपने ही विभाग में खुलकर काम नहीं करने की वजह से असहज महसूस कर रहे थे। उनके ही गुट के कुछ लोगों का उनके विभाग में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं हो रहा था। इस मामले में जब शंकर यादव से चर्चा करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला।
भाजपा नगर अध्यक्ष गोपी नेमा ने बताया कि मतभेद, विचारधारा के कारण आना-जाना लगा रहता है, लेकिन कांग्रेस ने प्रदेश में नई परिपाटी शुरू की है। किसी की मजबूरी का फायदा उठाकर, लोगों पर दबाव बनाकर उन्हें कांग्रेस में लाना चाह रही है। माफिया अभियान, अशुद्ध के खिलाफ युद्ध जैसे अभियान की आड़ में भाजपा कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है। भाजपा इसका न केवल सामना करेगी, बल्कि जवाब भी देगी।
40 वर्षों से भाजपा में रहने के बाद इस्तीफा देने वाले पूर्व पार्षद उस्मान पटेल शुक्रवार का कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री कमल नाथ की मौजूदगी में वे समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे। पटेल ने बताया कि उन्होंने सीएए के विरोध में भाजपा पार्टी छोड़ी थी। कांग्रेस पार्टी भी इस कानून के समर्थन में नहीं है, इसलिए मैंनै कांग्रेस को राजनीति के लिए चुना है। जब उनसे पूछा गया कि यदि कांग्रेस नगर निगम चुनाव में टिकट देगी तो क्या वे चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने कहा कि चुनाव ही अभी तय नहीं हैं। पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे स्वीकारेंगे।