बर्ष 1959 मैं हुआ था दूरदर्शन का शुभारम्भ
(अंजना मिश्रा भोपाल )
दूरदर्शन आज स्थापना दिवस है. साल 1959 में आज ही के दिन सरकारी प्रसारक के तौर पर दूरदर्शन की स्थापना हुई थी. अपने 60 साल के स्वर्णिम सफर में लोक प्रसारक होने के नाते दूरदर्शन ने सूचना, संदेश व मनोरंजन के साथ-साथ राष्ट्र को एक सूत्र में जोड़ने का काम भी किया है. दूरदर्शन का पहला प्रसारण प्रयोगात्मक आधार पर आधे घंटे के लिए शैक्षिक और विकास कार्यक्रमों के रूप में शुरू किया गया था. किसी भी मीडिया के लिए पचास साल से ज्यादा का सफर बहुत मायने रखता है. अब तक की दूरदर्शन की विकास यात्रा काफी प्रेरणादायक है. सही मायने में अर्थपूर्ण कार्यक्रमों और भारतीय संस्कृति को बचाए रखते हुए देश की भावनाओं को स्वर देने का काम दूरदर्शन ने ही किया है. आज के इस दौर में तमाम चैनलों की भीड़ के बीच भी दूरदर्शन की पहचान और कार्यशैली विशिष्ट है.पूरा बचपन गौरवान्वित हुआ है दूरदर्शन के साथ,ये सिर्फ एक चैनल नहीं था,जो काम पुराने समय मे चौपालें करती थीं वही काम 70 व 80 के दशक में दूरदर्शन ने किया।विक्रम बेताल,व्योमकेश बख्शी,नीम का पेड़,जुनून,दीवार,अपराजिता,तहकीकात,अजनबी,सुराग,चंद्रकांता,रामायण महाभारत और भी बहुत से कार्यक्रम थे जिनसे उस समय टेलीविजन की नीव मज़बूत हुई