छतरपुर। हिंदुओं के हक की बात करने और उन्हें एक करने के लिए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री आज से “सनातन हिंदू एकता” पदयात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। बागेश्वर धाम से रामराजा मंदिर ओरछा तक यात्रा 9 दिनों में करीब 160 किमी का सफर तय करेगी। इस दौरान कुल 8 पड़ाव होंगे। धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि, इस यात्रा का मकसद जात-पात के भेद को खत्म करने और कट्टर हिंदू बनाने का प्रयास करना है। यात्रा में देश के प्रसिद्ध संत और फिल्म, संगीत सहित अन्य क्षेत्रों के प्रसिद्ध लोग शामिल हो रहे हैं।
लोक कलाओं का प्रदर्शन करेंगे लोग
21 से 29 नवंबर तक चलने वाली इस यात्रा के माध्यम से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हिंदुओं को जाति-पाति से ऊपर उठकर एकता का संदेश देंगे। यात्रा बागेश्वर धाम बालाजी मंदिर के दर्शन और राष्ट्रीय ध्वज, भगवा ध्वज फहराकर प्रारंभ की जाएगी। पदयात्रा को देश के अनेक जाने-माने संतों की उपस्थिति में प्रारंभ किया जाएगा। पदयात्रा के दौरान बुन्देली कलाकार, स्थानीय लोक कलाओं का प्रदर्शन करेंगे।
पदयात्रा से क्या बोले पं. धीरेंद्र शास्त्री
इस पदयात्रा की शुरूआत में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि “हजारों की भीड़ और फ्लैशलाइट आपको क्या बता रही है, बागेश्वर में यह जगे हुए भारत के 2024 के जगे हुए हिंदू हैं। अब वह हिंदू नहीं बचे हैं कि तुम हमें थप्पड़ मारोगे और यह भाग जाएंगे। यह वह हिंदू है जिन्हें छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। यह हिंदू हिंसा वादी नहीं अहिंसा वादी है क्योंकि उनके हाथ में तलवार नहीं है, विचार की तलवार है।”
पं. शास्त्री हिंदुओं को दिलवाएंगे सात संकल्प
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा की, वे आगे और यात्राएं करते रहेंगे, जब तक जात-पात भेदभाव नहीं मिटा कर हम कट्टर हिंदू नहीं बना लेते तब तक मिशन जारी रहेगा, बाबा ने कहा कि इस यात्रा में शामिल होने वाले सभी हिंदुओं को वह सात संकल्प भी दिलवाएंगे।