Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि ‘संनातन धर्म, मां गंगा, भारत या महाकुंभ के खिलाफ झूठे आरोप लगाना या फर्जी वीडियो फैलाना’ करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ करने जैसा है. उन्होंने कहा कि संगम का जल न केवल आचमन के लिए बल्कि पीने योग्य भी है और इसे लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है. हाल ही में ‘केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB)’ ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) को बताया था कि ‘प्रयागराज में कुछ स्थानों पर गंगा जल स्नान के योग्य नहीं’ पाया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, पानी में ‘फीकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया’ का स्तर तय मानकों से अधिक था, जो पानी में फीकल इंफेक्शन की संभावना को दर्शाता है.
CPCB की रिपोर्ट को बताया साजिश
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम योगी ने इसे ‘एक सोची-समझी साजिश’ बताया और कहा कि गंगा जल को लेकर अफवाहें फैलाना गलत है. उन्होंने दावा किया कि संगम का जल पूरी तरह ‘शुद्ध और सुरक्षित’ है. सीएम योगी ने 29 जनवरी को हुए ‘महाकुंभ में भगदड़ और सड़क दुर्घटनाओं’ में जान गंवाने वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा, ‘हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं और सरकार हर संभव मदद देगी. लेकिन इस मुद्दे का राजनीतिकरण करना कितना उचित है?’ मुख्यमंत्री ने बताया कि इस महाकुंभ में अब तक ’56 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं’, और यह आयोजन देश-विदेश में भारत की ‘संस्कृति, आस्था और परंपराओं को एक नई ऊंचाई’ दे रहा है.
‘महाकुंभ: आस्था और विश्व का सबसे बड़ा आयोजन’
उन्होंने कहा कि यह आयोजन किसी ‘एक सरकार या संगठन का नहीं, बल्कि पूरे समाज का है’. सरकार इसमें केवल एक ‘सेवक की भूमिका’ निभा रही है. सीएम योगी ने महाकुंभ को लेकर ‘फर्जी खबरें और भ्रामक दावे’ फैलाने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह कुंभ ‘भारत की पहचान और संस्कृति का प्रतीक’ है. इस ऐतिहासिक आयोजन को बदनाम करने के लिए जो भी ‘प्रचार किया जा रहा है, वह अनुचित और दुर्भावनापूर्ण’ है. उन्होंने जनता से ‘सतर्क रहने और सोशल मीडिया पर झूठी खबरों से बचने’ की अपील की. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ‘महाकुंभ को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध’ है.