लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान के 75 साल के उपलक्ष्य में संबोधन दे रहे हैं। इससे पहले राहुल गांधी ने भी संविधान पर चर्चा के दौरान अपनी बात रखी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने भी संविधान में सनशोधन किए हैं. जी हां, हमने भी किया है लेकिन संविधान के लिए, देश के लिए बदलाव किए. कांग्रेस के लिए सत्ता सुख और सत्ता भूख, यही एकमात्र इतिहास है, कांग्रेस का वर्तमान है. हमने भी संविधान संशोधन किए हैं. लेकिन देश की एकता के लिए, देश की अखंडता के लिए, देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए और संविधान की भावना के प्रति पूर्ण समर्पण के साथ किए हैं.
इस दौरान उन्होंने जमकर कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि संविधान के साथ खिलवाड़ करना, संविधान की स्पिरिट को तहस-नहस करना ये कांग्रेस की रगों में रहा है. हम भी सौदेबाजी कर सकते थे लेकिन हमने संविधान का रास्ता चुना. अटल जी ने सौदा नहीं किया. खरीद फरोक नहीं की थी. बाजार तब भी लगता था, खरीद फरोक तब भी होती थी, लेकिन उन्होंने (अटल बिहारी वाजपेयी) 13 दिन बाद इस्तीफ़ा दे दिया, क्योंकि वे संविधान और लोकतांत्रिक मर्यादाओं के प्रति समर्पित थे.
जिनको कोई नहीं पूछता, उनको मोदी पूजता है
पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा कि जिनको कोई नहीं पूछता, उनको मोदी पूजता है। हमने दिव्यांगों की चिंता की। हमने दिव्यांगों के लिए कॉमन साइन भाषा बनाई। घूमंतू लोगो को बॉन्ड दिए। रेहड़ी-पटरी वालों को हमने स्वनिधि योजना से लोन दिया। विश्वकर्मा कल्याण के लिए योजना बनाई। ट्रांसजेंडर के अधिकारों के लिए हमने काम किया। आदिवासी समाज के लिए हम पीएम जनमन योजना लाए। मोदी आखिरी को भी पूजता है। देश में 60 साल में 100 बैकवर्ड जिले घोषित किए गए थे। हमने इसे बदला। हमने पांच सौ ब्लॉक को बदला है।
4 आरोप लगाए, कहा- कांग्रेस के मुंह संविधान संशोधन का खून लगा
1. 6 दशक में 75 बार संविधान बदला: संविधान संशोधन करने का ऐसा खून कांग्रेस के मुंह लग गया कि वह समय-समय पर संविधान का शिकार करती रही। संविधान की आत्मा को लहूलुहान करती रही। करीब 6 दशक में 75 बार संविधान बदला गया। जो बीज देश के पहले प्रधानमंत्री ने बोया था, उसे खाद-पानी देने का काम एक और प्रधानमंत्री ने किया, श्रीमती इंदिरा गांधी।
2. कांग्रेस का पाप कभी धुलने वाला नहीं: संविधान यात्रा के 25 साल पूरे हो रहे थे, उसी वक्त हमारे देश में संविधान को नोच दिया गया। इमरजेंसी आई, संवैधानिक व्यवस्थाओं को खत्म कर दिया। देश को जेलखाना बना दिया, अधिकारों को लूट लिया, प्रेस की स्वतंत्रता को ताले लगा दिए। कांग्रेस के माथे पर ये जो पाप है, वो कभी भी धुलने वाला नहीं है। जब लोकतंत्र की चर्चा होगी, ये पाप धुलने वाला नहीं है।
3. ..क्योंकि कांग्रेस के पेट में पाप था: कांग्रेस ने लगातार संविधान की अवमानना की। उसके महत्व को कम किया। कांग्रेस इसके अनेक उदाहरणों से भरी है। बहुत कम लोग जानते होंगे, 370 का पता होगा, 35-A का कम लोगों को पता था। संसद में आए बिना संसद को ही अस्वीकार कर दिया गया। संविधान का पहला पुत्र संसद है, उसका भी गला घोंटने का काम किया। 35-A को थोप दिया, ये न होता तो जम्मू-कश्मीर की हालत ऐसी नहीं होती। राष्ट्रपति के आदेश पर यह काम हुआ और देश को अंधेरे में रखा, क्योंकि पेट में पाप था, जनता से छिपाना चाहते थे।
4. कांग्रेस को अपनी पार्टी का संविधान स्वीकार नहीं: जो लोग संविधान में लोगों के नाम ढूंढते हैं, कांग्रेस के एक अध्यक्ष हुआ करते थे अति पिछड़े समाज के थे। उनके अध्यक्ष सीताराम केसरी का कैसा अपमान किया था। कैसे बाथरूम में बंद कर दिया था। उठाकर फुटपाथ पर फेंक दिया। अपनी पार्टी के संविधान को ना मानना, लोकतंत्र को ना मानना, पूरी कांग्रेस पार्टी पर एक परिवार ने कब्जा कर लिया है।