Congress MLA Nirmala Sapre: विजयपुर विधानसभा सीट से 6 बार कांग्रेस की टिकट पर विधायक चुने गए रामनिवास रावत के 23 नवंबर को हुई मतगणना हार के बाद अब सबकी निगाह बीना विधानसभा पर है, जिन्होंने रामनिवास रावत की तरह ही बीजेपी का समर्थन करके पार्टी को नाराज किया था.
मध्य प्रदेश के बीना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे की विधायकी खतरे में हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी का समर्थन करने वाली कांग्रेस विधायक की विधानसभा सदस्यता को लेकर अगले सप्ताह निर्णय आ सकता है. उनकी सदस्यता को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने सप्रे को अपनी बात रखने का अंतिम अवसर दिया है.
बीजेपी का समर्थन करके बैकफुट पर आईं कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे फिलहाल मुश्किल में हैं. निर्मला सप्रे की विधानसभा सदस्यता पर अगले सप्ताह फैसला आ सकता है. सप्रे विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के सामने उपस्थित होकर अपना पक्ष रखेगी. हालांकि कांग्रेस की मांग है कि 16 दिसबंर से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में आवेदन पर कार्रवाई हो
उल्लेखनीय है अगर कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे की सदस्यता जाती है तो बीना विधानसभा के उपचुनाव होगा. रामनिवास रावत को उपचुनाव में मिली हार को देखते हुए निर्मला सप्रे मुश्किल में आती दिख रही हैं. रामनिवास रावत विजयपुर उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा से 7228 वोटों से हार गए और उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था.
सदस्यता त्यागने का निर्णय नहीं कर पा रहीं सप्रे
आवेदन में सप्रे के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ मंच साझा करने के साथ भाजपा का हाथ थामने की घोषणा करते हुए वीडियो, विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर आदि दस्तावेज लगाए हैं। साथ ही भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित बैठक में उनके शामिल होने के फोटो भी फिर से दिए आवेदन के साथ लगाए हैं।
उधर, सप्रे सदस्यता त्यागने को लेकर निर्णय नहीं कर पा रही हैं। यही कारण है कि उन्होंने पहले दो बार के नोटिस पर विभिन्न कारण बताते हुए समय मांगा और फिर कहा कि वे अध्यक्ष के समक्ष प्रत्यक्ष उपस्थित होकर अपनी बात रखेंगी।