मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यूनियन कार्बाइड अपशिष्ट जलाने के मामले पर कहा, “ये कांग्रेस के पाप थे। कांग्रेस के शासन में उस फैक्ट्री में 10 लाख लोग मारे गए और उनकी सरकार लंबे समय तक सत्ता में रही, लेकिन उन्होंने इसे ऐसे ही छोड़ दिया। कांग्रेस की मनमोहन सिंह सरकार के दौरान पीथमपुर का चयन किया गया था। उन्होंने ही लाइसेंस दिया था। जब हमने ये तथ्य कोर्ट के सामने रखे, तो सब कुछ स्पष्ट हो गया।
वो पाप खुद करती है और दोष…- मोहन यादव
मोहन यादव ने आगे कहा, कांग्रेस हमेशा दोहरा मापदंड अपनाती है। वो पाप खुद करती है और दोष किसी और पर डालने की कोशिश करती है। कांग्रेस नेता कमलनाथ के बयान पर उन्होंने कहा, उनके समय में औद्योगिक विकास दर एक भी नहीं थी। यह हमारी सरकार है जिसकी वजह से मध्य प्रदेश सबसे तेजी से विकास करने वाले राज्यों में शामिल है।
40 साल बाद यूनियन कार्बाइड कचरा जलाने का काम शुरू
कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए सीएम मोहन यादव ने आगे कहा कि जब मंत्रिमंडल के निर्णय के आधार पर यूनियन कार्बाइड कारखाने के कचरे को पीथमपुर में एक निजी कंपनी की ओर से संचालित अपशिष्ट निपटान इकाई में नष्ट करने का फैसला किया गया, तब भी सूबे में कांग्रेस की ही सरकार थी। कांग्रेस की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने ही इस इकाई को लाइसेंस दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूनियन कार्बाइड कारखाने के कचरे के निपटान के मामले में उनकी सरकार ने जब अदालत के सामने तथ्य रखे, तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।
जीतू पटवारी के बयान पर सीएम मोहन यादव का पलटवार
जीतू पटवारी के युका कचरा से कैंसर वाले बयान पर सीएम डॉ मोहन यादव ने पलटवार किया है। सीएम ने कहा कि जीतू पटवारी में जितनी समझ है वह उतना ही काम कर रहे हैं। यह सुप्रीम कोर्ट का फैसला है सुप्रीम कोर्ट ने इसे डिसाइड किया है। कांग्रेस भूल गई है कि यह उसी का कचरा है। भोपाल में कांग्रेस ने मौत बांटी थी 10 लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे। कांग्रेस ने सालों तक इस कचरे को दबाए रखा और जब अब हम उसे साफ कर रहे हैं तो कांग्रेस लोगों को डराने का काम कर रही है। उन्हें शर्म आनी चाहिए और उन्हें माफी मांगनी चाहिए।