अरुण कुमार शेंडे
रायसेन जेण्डर आधारित हिंसा की रोकथाम हेतु मनाए जा रहे हम होंगे कामयाब पखवाड़ा अंतर्गत शुक्रवार को घरेलू हिंसा की रोकथाम हेतु शासन स्तर पर किए जा रहे प्रयासों घरेलू हिंसा से महिलाओं की सुरक्षा अधिनियम की जानकारी महिलाओं बालिकाओं को प्रदान की गई रायसेन में महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत संचालित वन स्टॉप सेंटर का महिलाओं तथा बालिकाओं द्वारा भ्रमण किया गया इसके उपरांत महिला पुलिस थाना तथा ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क का भ्रमण कर घरेलू हिंसा की रिपोर्ट करने प्रभावित महिलाओं की काउंसलिंग और मार्गदर्शन प्रक्रिया के बारे में जाना महिलाओं तथा बालिकाओं के दल द्वारा सर्वप्रथम रायसेन में दशहरा मैदान स्थित जिला कार्यालय महिला एवं बाल विकास विभाग परिसर में स्थित वन स्टॉप सेंटर का भ्रमण किया गया यहां जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग दीपक संकत ने महिलाओं तथा बालिकाओं को वन स्टॉप सेंटर की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा एक गंभीर सामाजिक समस्या है जिससे निपटने और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये प्रदेश में वन स्टॉप सेंटर की स्थापना की गई है महिला सशक्तिकरण की दिशा में मिशन शक्ति की संबल उपयोजना के अंतर्गत वन स्टॉप सेंटर की स्थापना महत्वपूर्ण पहल है इसका उद्देश्य किसी भी प्रकार की हिंसा से प्रभावित और संकटग्रस्त महिलाओं एवं बालिका ओं को एक ही स्थान पर विभिन्न आपात कालीन एवं गैर आपातकालीन सहायता उपलब्ध कराना है वन स्टॉप सेंटर में दहेज उत्पीड़न बलात्कार, यौन अपराध बाल विवाह गुमशुदा अपहरण निराश्रित आदि महिलाओं किशोरियों को सहायता उपलब्ध कराई जाती है
महिला सशक्तिकरण में वन स्टॉप सेंटर की भूमिका के बारे में बताया गया कि वन स्टॉप सेंटर उन महिलाओं को तत्काल आश्रय और सुरक्षा प्रदान करता है जो घरेलू हिंसा दहेज उत्पीड़न यौन हिंसा अथवा किसी भी प्रकार की शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का शिकार होती है इसके साथ ही वन स्टॉप सेंटर पीड़ित महिलाओं को कानूनी सहायता प्रदान की जाती है जिससे कि वह अपने अधिकारों को समझ सके और आवश्यक कानूनी कदम उठा सकें उन्होंने बताया कि वन स्टॉप सेंटर में चिकित्सा सहायता मनोवैज्ञानिक परामर्श पुनर्वास सेवाएं आर्थिक सशक्तिकरण के लिए प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए जाते हैं। वन स्टॉप सेंटर महिलाओं को पुनर्वास सेवाएँ भी प्रदान करते है जरूरत पड़ने पर महिलाओं को उनके परिवार के साथ पुनर्स्थापित करने अथवा उन्हें स्वतंत्र जीवन जीने अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर प्रदान करता है
इसके उपरांत महिलाओं तथा किशोरियों द्वारा थाना कोतवाली रायसेन में महिला थाने का भ्रमण किया गया यहां एस डी ओपी श्रीमती प्रतिभा शर्मा तथा महिला थाना प्रभारी श्रीमती आपला सिंह द्वारा महिला संबंधी अपराध घरेलू हिंसा संबंधी अपराध के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराने से लेकर पुलिस क्रिया विधि तथा कार्यशैली से परिचित कराया गया यहां महिलाओं के साथ आने वाले छोटे बच्चों के लिए बाल मित्र कक्ष भी है इसके उपरांत ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क का भी भ्रमण कराया गया ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क प्रभारी श्रेया विश्वकर्मा ने महिलाओं तथा किशोरियों को बताया गया कि थानों में ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क स्थापित हैं जिसमें महिलाओं की समस्याओं की सुनवाई महिला पुलिस अधिकारी द्वारा ही की जाती है इसके लिए अलग से एक कक्ष बनाया गया है जहां शिकायत लेकर आने वाली महिला युवती एवं किशोरियों की सुनवाई के लिए बेहतर वातावरण निर्मित किया गया है यहां महिला अधिकारी द्वारा सुनवाई होने से पीड़ित या प्रभावित महिला बेझिझक अपनी पीड़ा या समस्या बताती हैं और महिला पुलिस अधिकारी द्वारा प्राथमिकता से समस्या का समाधान किया जाता है