जनपद जालौन, जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय व पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें राजकीय चिकित्सकों (एलोपैथिक) द्वारा की जा रही प्राइवेट प्रैक्टिस की शिकायतों की जांच के लिए गठित सतर्कता समिति के सदस्यों से चर्चा की। जिलाधिकारी ने ऐसे चिकित्सकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी, जो सरकारी सेवाओं के दौरान प्राइवेट प्रैक्टिस में संलिप्त पाए जाते हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में कार्यरत राजकीय मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में चिकित्सा शिक्षकों द्वारा यदि प्राइवेट प्रैक्टिस की जाती है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में संबंधित चिकित्सकों के खिलाफ कार्यवाही की संस्तुति की जाएगी और शासन को एक सप्ताह के भीतर इस बारे में अवगत कराया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस प्रकार के मामलों की गंभीरता से जांच की जाए और कोई भी दोषी पाए जाने पर शीघ्र कार्रवाई की जाए।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे प्रेमचंद मौर्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र देव शर्मा, सीओ अर्चना सिंह आदि सहित सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।