MP Liquor Ban: मध्य प्रदेश की डॉक्टर मोहन यादव सरकार द्वारा धार्मिक नगरियों में शराबबंदी के संकेत को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार की तारीफ की है. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती से मुलाकात के बाद ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने धार्मिक नगरियों में शराबबंदी का ऐलान किया था.
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती लगातार शराबबंदी को लेकर अपनी मांग उठती रही है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में उमा भारती ने शराब की दुकान पर पत्थर तक फेंक दिए थे. इसके अलावा उन्होंने पूरे प्रदेश में शराबबंदी की मांग उठाई थी, जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शराब के आहते बंद करने का ऐलान किया था.
उमा भारती ने क्या कहा?
इसके बाद जब मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और उमा भारती की मुलाकात हुई तो इसके बाद भी शराबबंदी को लेकर सवाल उठे थे, जिसके चलते मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मध्य प्रदेश की सभी धार्मिक नगरियों में शराब बंद करने का ऐलान किया है. सरकार ने 1 अप्रैल से आबकारी नीति में बदलाव करने जा रही है, जिसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने सरकार की जमकर तारीफ की है.
उन्होंने कहा, ”मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार के द्वारा धार्मिक शहरों में पूर्ण शराब बंदी अभूतपूर्व निर्णय है, इसके लिए मोहन यादव का अभिनंदन. दो साल पहले हमारी सरकार के द्वारा घोषित की गई शराब पर प्रतिबंध नीति बहुत ही जनहितकारी एवं व्यवहारिक थी. हम पूर्ण शराबबंदी की ओर ही बढ़ रहे थे. यह पूर्ण शराबबंदी की दिशा में एक और कदम है.”
मध्य प्रदेश शराबबंदी की ओर अग्रसर- मुख्यमंत्री
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंच से इस बात का ऐलान किया है कि मध्य प्रदेश शराबबंदी की और आगे बढ़ रहा है. इसी कड़ी में धार्मिक नगरियों में सरकार आने वाले समय में शराब बंद करने जा रही है. उन्होंने कहा कि जब शराब के कारण पारिवारिक विवाद और अन्य हिंसक घटनाएं सामने आती है तो हर कोई सोचने पर मजबूर हो जाता है.