भोपाल के डॉ. भीमराव अंबेडकर फ्लाईओवर की गुणवत्ता में एक सप्ताह में ही खामियां सामने आई हैं। इसके बाद दो इंजीनियर को सस्पेंड और दो को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। वहीं, कंपनी पर जुर्माना लगाकर सुधार कार्य करने के निर्देश दिए गए ।
इस मामले की शिकायत के बाद लोक निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई फ्लाईओवर का निरीक्षण करने पहुंचे। उनके साथ विभाग के प्रमुख अभियंता सेतु मंडल के अधिकारी और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) भोपाल के क्षेत्रीय अधिकारी श्रवण कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।
गुणवत्ता में खामियों को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने परियोजना के प्रभारी अधिकारियों, उपयंत्री उमाकांत मिश्रा और प्रभारी सहायक यंत्री रवि शुक्ला को तत्काल निलंबित कर दिया। इसके अलावा, कार्यपालन यंत्री जावेद शकील और सीई ब्रिज को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। निर्माण कंपनी पर अनुबंधानुसार अर्थदंड लगाने और सुधारात्मक कार्य करने का आदेश दिया गया है। नीरज मंडलोई ने कहा कि विभाग की गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता पर है और भविष्य में किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निरीक्षण दल ने पाया कि एलिवेटेड कॉरिडोर के दोनों ओर क्रैश बैरियर और मुख्य केरिज-वे के बीच 18 इंच चौड़ी पटरी की गुणवत्ता अपेक्षित स्तर की नहीं थी। इस पटरी को मुख्य स्लैब से जोड़ने में कमी पाई गई, जिससे कई स्थानों पर क्षरण के चिन्ह नजर आए। तकनीकी अधिकारियों ने बताया कि हालांकि डिजाइन, सुरक्षा और स्ट्रक्चरल गुणवत्ता में कोई कमी नहीं थी, लेकिन राइडिंग सरफेस की गुणवत्ता और फिनिशिंग संतोषजनक नहीं थी। विशेष रूप से दो स्थानों पर एक्सपेंशन जॉइंट्स के पास अधिक क्षरण देखा गया।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के क्षेत्रीय अधिकारी श्रवण कुमार सिंह द्वारा निरीक्षण के दौरान तकनीकी सुझाव दिए गए। उनके अनुसार, ब्रिज में मौजूद डिजाइन गैप्स में Sealant लगाने तथा Riding Surface को उच्च गुणवत्ता का बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह ने इस पूरी कार्रवाई की समीक्षा की और स्पष्ट किया कि विभाग के कार्यों की गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता पर है। उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।