अरुण कुमार शेंडे
रायसेन नगर में एवं ऐतिहासिक नगरी सांची नगर भर मे न तो स्कूल न ही होटल लाज वालों के पास कहीं कोई पार्किंग व्यवस्था न होने से वाहनों ने सर्विस रोडो को अपना ठिकाना बना डाला इससे राहगीरों को तो परेशानी उठानी ही पडती है बल्कि दुर्घटना का हमेशा भय बना रहता है जिससे बडी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है पुलिस यातायात नियमों से बेखबर बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार वैसे तो सरकारों ने सडको पर दौडने वाले वाहनों सडको पर खडे वाहनों एवं पार्किंग नियम के साथ ही सडको पर चलने वाले लोगों को यातायात नियम तो बना डाले परन्तु इन नियमों का इस ऐतिहासिक स्थल पर खुलेआम वाहन चालक लाज संचालक स्कूल प्रबंधन सहित सडको पर पैदल चलने वाले लोग खुलेआम धज्जियां उड़ाते दिखाई दे जाते है जबकि यातायात नियमों का पालन करवाने की जिम्मेदारी पुलिस अथवा परिवहन विभाग के जिम्मे रहती हैं परन्तु दोनों ही विभाग नियमों का पालन कराने नाकाम साबित हो चुके है जिससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है इस विख्यात स्थल पर उ मा वि को सीएम राइज स्कूल का दर्जा तो मिल चुका है तथा इसके नवनिर्वित भवन का निर्माण लगातार जारी है इसमे करोड़ों रुपये की लागत से तैयारी हो रही है तथा इस विद्यालय में विद्या अर्जन करने दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों से छात्र छात्राओं को लाने ले जाने हेतु शासन ने 6 बसे भी आवंटित कर दी है तथा इन बसों को टेंडर प्रक्रिया अतर्गत लगाया गया है परंतु इन बसों के लिए भवन निर्माण के चलते कहीं कोई पार्किंग व्यवस्था न होने से स्कूल के सामने ही सर्विस रोड पर खडी कर दी जाती हैं जिससे इस सर्विस रोड पर चलने वाले छोटे वाहन सहित पैदल चलने वालों को गंभीर समस्या से जूझना पड़ रहा है जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग पर तेजगति अंधीगति से दौडने वाले हजारों की संख्या में छोटे बडे वाहन भयभीत करते रहते है जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर पैदल चलना खतरे से खाली नहीं रहता सुरक्षित चलने के लिए सर्विस रोडो का निर्माण कराया गया था जिससे लोग सुरक्षित रह सके परन्तु सर्विस रोडो पर जहाँ स्कूल बस संचालकों ने कब्जा जमा डाला तो दूसरी ओर होटल लाज संचालकों के पास कहीं कोई पार्किंग व्यवस्था न होने से सडको पर वाहन चालक अपने वाहन खडे कर एवं लाज संचालकों द्वारा अपनी लाजो मे ठहरने वालों के लिए कहीं कोई पार्किंग व्यवस्था न करने से सडको पर अपने प्रभाव के चलते बसो को खडा करवा कर लोगों को गंभीर समस्या खडी कर देते हैं तब पैदल चलने वाले लोग भी इन समस्याओं के चलते अनहोनी की आशंका के चलते समस्या उठाने परेशान हो रहे हैं बावजूद इसके यातायात नियमों की धज्जियाँ उडाने वाले प्रभावी लोगों पर कार्यवाही करने से पुलिस तो कतराती हुई दिखाई देती हैं तो परिवहन विभाग भी कारवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता जिसका खामियाजा नगर वासियों को भुगतने पर मजबूर होना पडता है हालांकि अनेक बार इस अव्यवस्था की ओर पुलिस का ध्यान आकर्षित कराया गया परन्तु पुलिस तमाशबीन बनी रही इन बसों सहित अन्य वाहनों के सडको पर खडे रहने से होने वाली किसी घटना का पुलिस को इंतजार हो रहा है