राकेश अचल
जी हाँ ! मैं सच कह रहा हूँ। इस बेखबर देश में खबरें तो बहुत सी हैं लेकिन आपके मतलब की कोई खबर नहीं हैं। आपके मतलब की खबर इसलिए नहीं बनती क्योंकि किसी को आपसे कोई मतलब नहीं है ,आप तो केवल कुम्भ स्नान कीजिये,अपने पाप धोइये और मोक्ष की कामना कीजिये। आपके लिए एहि श्रेयस्कर है। आपको क्या लेना सियासत से ? आपको क्या लेना भारतीयों के मान-अपमान से ? व्यवस्था से ?
आप सोच रहे होंगे कि ये कैसा आलेख है जिसका आगाज ही उत्तेजना,निराशा और डाट-फटकार के साथ हो रहा है। तो आइये आपको आज की खबरों से वाकिफ करता हूँ। आज की सबसे बड़ी और पहली खबर ये है कि देश को नए कानून के तहत एक नया मुख्य चुनाव आयुक्त मिल गया है। नए चुनाव आयुक्त का नाम है ज्ञानेश कुमार है । नए मुख्य चुनाव आयुक्त बनने से देश खुश हो या न हो लेकिन ज्ञानेश जी के परिजन खुश हैं। ज्ञानेश जी एक बेटी डीएम तो दूसरी भा रा से की अधिकारी है और दोनों दामाद भी आईएएस हैं। यानि खानदानी नौकरशाह हैं ज्ञानेश जी । सबसे बड़ी बात ये है कि वे आगरा के हैं। उस आगरा के जो प्रेम के प्रतीक ताजमहल के लिए जाना जाता है। नए मुख्य चुनाव आयुक्त केंचुआ साबित होंगे या शेषनाग अभी कहना कठिन है।
दूसरी खबर बंगाल में चक्रवाती तूफ़ान के डेरे की है ,बंगाल में चक्रवात तो बनना ही है क्योंकि बंगाल जीतने के लिए आरएसएस के प्रमुख डॉ मोहन भागवत पिछले 9 दिनों से वहां डेरा डेल हुए हैं। बंगाल की सत्ताहासिल करना संघ और भाजपा का बहुत पुराना सपना है। ये सपना बार-बार टूट जाता है। आजादी के बाद से बंगाल में बंगाल कांग्रेस,भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस ,कम्युनष्ट पार्टी और तृणमूल कांग्रेस की सत्ता बन गयी लेकिन भाजपा की सत्ता नहीं बनी । भाजपा अब 45 वे साल में प्रवेश कर चुकी है लेकिन बंगाल की सत्ता से मीलों दूर है।
तीसरी खबर है राजद के पुराने और बूढ़ा चुके सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की । लालू जी ने 144 साल वाले महाकुम्भ को फालतू बताकर रार पैदा कर दी है। अब देश भर के भाजपा नेता उनके ऊपर चड्डी गाँठ रहे हैं। दुनिया जानती है कि लालू जी पक्के हिन्दू ही नहीं ,पक्के सेक्युलर भी हैं। वे जो कहते हैं रौ में आकर कहते है। उनके लिए कुम्भ फालतू ही होगा क्योंकि प्रयागराज और नयी दिल्ली स्टेशन पर हुई भगदड़ में सबसे ज्यादा लोग उनके अपने बिहार के मरे हैं। चौथी खबर राशिफल की है ,जो कभी सच नहीं होती।
पांचवीं खबर है कांग्रेस के अमरीकी नेता सेम पित्रोदा और राहुल गांधी की । सेम अंकल ने बैठे -बैठाये कह दिया कि – चीन भारत का दुश्मन तो नहीं है । इधर सेम अंकल ने चीन की हिमायत की और उधर संयोग से लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गाँधी ने चीन में बना ड्रोन उड़ा दिय। बस भाजपा आग बबूला हो गई । भाजपा के लिए वैसे भी राहुल गाँधी एक भूत जैसे हैं और सेम अंकल राहुल गाँधी की कांग्रेस के महाभूत। सब राशन – पानी लेकर सेम और राहुल पर हमलावर है। अब कोई ये बताने को राजी नहीं है कि चीनी राष्ट्रपति जी शिन पिंग को साबरमती के तट पर झूला झुलाने वाले को क्या कहा जाये ? चीन का दुश्मन या दोस्त ? पिछले दस साल में क्या किसी ने चीन को अपना 56 इंच का सीना या राजीवलोचन दिखाया।?
छठवीं खबर अंतर्राष्ट्रीय है ,भारत की जनता का इस खबर से कोई लेना -देना नहीं है। खबर है की अमेरिका ने रूस और यूक्रेन के बीच जंग समाप्त करने के लिए विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाई लेकिन यूक्रेन को ही नहीं बुलाया। डोनाल्ड ट्रम्प साहब हैं। वे कुछ भी कर सकते है। वे सिखों की पगड़ी उतार सकते है। उन्हें हथकड़ियां लगाकर भारत भेज सकते हैं। वे भारत के अवैध प्रवसियों को भेजने के लिए अमरीकी फौजी विमान भारत भेज सकते हैं और भारत भी यूक्रेन की तरह उनका विरोध नहीं कर सकता । गरीब की जोरू जो हो गया है भारत।
सातवीं खबर दिल्ली में यमुना की सफाई की है । विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के सफाये के बाद यमुना की सफाई की खबर आपको सुकून जरूर दे सकती है ,लेकिन दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन होगा ये खबर अभी तक किसी ने नहीं दी है। है न ये जुर्म ? आखिर दिल्ली की जनता ने जब 8 फरवरी को भी जनादेश दे दिया तो दिल्ली का मुख्यमंत्री चुनने में दस दिन क्यों लगा दिए भाई ! इस बीच दिल्ली काँप भी चुकी है। दिल्ली वालों को भूकंप के झटके लग चुके हैं। आने वाले दिनों में सियासी भूकंप के झटके भी आते ही रहने वाले हैं।
सातवीं खबर प्रयागराज से है। यूपी सरकार के कहने पर रेल मंत्रालय ने आगामी 28 फरवरी तक संगम स्टेशन ही बंद कर दिया है। यूपी की सरकार ने पहले तो देशभर के हिन्दुओं को ‘ चूल ‘ [सपरिवार ]निमंत्रण दे दिया और अब भीड़ देखकर होश उड़ रहे हैं। खबर है कि संगम रेलवे स्टेशन (दारागंज) को बंद करने के लिए डीएम ने मंडल रेल प्रबंधक को एक पत्र लिखा जिसमें महाकुंभ में श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या में आने के कारण सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित आवागमन हो सके इसलिए इस रेलवे स्टेशन को बंद करने के लिए कहा गया। दरअसल, इस सगम रेलवे स्टेशन (दारागंज)मेला क्षेत्र के सबसे करीब का रेलवे स्टेशन है। टेशन बंद करने से भारतीय रेल को कितना नुक्सान होगा ये कोई नहीं बताना चाहता।
खबरें तो और भी हैं लेकिन आपके मतलब की नहीं हैं इसलिए खबरों का खुलासा बंद करना ही उचित लगता है। आपके मतलब की खबरें जब बनतीं हैं तब मैं आपको उसने रूबरू करता ही हूँ। मैंने चाहे कोविडकाल हो या अमृतकाल अपना काम एक दिन के लिए भी बंद नहीं किया। क्योंकि मैं बिना झोली का फकीर हूं। जो दे उसका भला और जो न दे उसका भी भला।