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9 Jan 2025, Thu

चोर को पकड़ने वाली पुलिस भीं बिजली चोर निकली – वह भीं एसपी साहब के दफ्तर की- साहबो के दफ्तर को ठंडा और गर्म करने वाले एसी, स्टॉफ के कमरे पर बिजली बिल एक साल में 684 यूनिट  

– वाह रे बिजली महकमा पुलिस चोरी करे तो भीगी बिल्ली बन चोरी का प्रमाणपत्र

– आम लोगो के घर चेकिंग के नाम पर उगाई के लिये भय का डंडा

(धीरज चतुर्वेदी, बुंदेलखंड)

गजब देश की अजब कहानी। हमेशा बिजली चोरी में सामान्य ही पकड़ा जाता है। जो ईमानदार है उसके भीं मीटर गड़बड़ हो जाते है क्योंकि यह बिजली महकमा है। जो सही को गलत और गलत को सही करने का जादूगर है। तभी तो अगर इन बिजली महकमा के अधिकारियो के घर विजीलेंस छापा मारे तो अकूत दौलत के स्वामी पर इस कार्यवाही करने में बंदरबाँट का संकट पैदा हो जाता है।

चौंक जायेंगे कि चोर पकड़ने वाली पुलिस खुद चोरी कर रहा है, वह भीं एसपी दफ्तर में। जहाँ गर्म और ठंडा करने के एयर कंडीशनर, स्टॉफ के अलग अलग दफ्तर में ठंडा गर्म की सुविधाएं उपभोग की जा रही ही। बात छतरपुर जिले के एसपी ऑफिस की है जहाँ साल भर में महज 684 यूनिट की खपत होती है। छतरपुर के आईवीआरएस नंबर 1201029682 का राज हाथ लगा। यह बिजली बिल एसपी छतरपुर कार्यालय के नाम दर्ज है। ज़ब इस बिल की बिजली खपत खंगाली गई तो चोर को पकड़ने वाली पुलिस बिजली की बड़ी चोर निकली। वर्ष 24 का इस एसपी कार्यालय की बिजली खपत पर गौर करे तो जनवरी में 0 यानि शून्य, फरवरी में 1 यूनिट, मार्च में 2 यूनिट, अप्रेल में 1, मई में शून्य, जून में 7, जुलाई में 101, अगस्त में 177, सितम्बर में 182, अक्टूबर में 158 और नवंबर में 55 बिजली यूनिट खपत हुईं। यानि एक साल में मात्र 684 यूनिट। साफ तौर पर एसपी कार्यालय में बिजली का खुटका है? जहाँ एयर कंडीशनर ठंडा गर्म करने वाले और पुलिस विभाग के अलग अलग दफ्तर है।

यह है एसपी साहब का ऑफिस जहाँ बिजली चोर नहीं दिखते। दूसरी तरफ वह आम इंसान है जो ईमानदार होते हुए भीं बिजली चोर बन जाता है। कारण बिजली महकमा जादूगर है जो अवैध कमाई के लिये कुछ भीं कर सकता है। बिजली विभाग के अधिकारियो की सम्पत्ति की जाँच की जाये तो बेशुमार दौलत। यह ऐसा विभाग है जहाँ प्रदेश स्तर पर मीटर घोटाला हो जाता है। हर कुछ सालो में मीटर बदल दिये जाते है। एक हजार खपत पर एक यूनिट पर किसी ने अपने मीटर को चैक कराया कि कितनी खपत पर एक यूनिट उछल रही है। ईमानदार उपभोक्ता तो असहनीय पीढ़ा में है पर मस्त वह है जो ताकतवर है। जैसे पुलिस महकमा। बिजली महकमे में किस अधिकारी की ताकत है कि पुलिस को बिजली चोर घोषित कर दे जबकि एसपी दफ्तर के बिजली बिल खुद बा खुद बिजली चोर होने की असलियत बता रहे है।

By archana

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