मध्य प्रदेश के सागर जिले में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। अस्पताल के आईसीयू में आग लगने से मरीज झुलस गया। हादसे के वक्त वहां 20 मरीज भर्ती थे, उनकी जान भी खतरे में आ गई।
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के गहन चिकित्सा इकाई (ICU)में भर्ती एक मरीज अपनी एक करतूत से संकट में आ गया। इस मरीज ने बीती रात मुंह पर लगी ऑक्सीजन निकालकर बीड़ी पीने की कोशिश की जिससे आग लग गई। अस्पताल स्टाफ ने तत्काल बुझाकर इसी जिंदगी बचाई। आग में मरीज काफी झुलस गया।
बताया जा रहा है कि यह दुर्घटना बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात करीब 12.30 बजे के बाद की है। बीएमसी प्रवक्ता डॉ. विशाल ने बताया कि मरीज की लापरवाही से भड़की आग पर तुरंत ही नियंत्रण कर लिया गया। मरीज भी ठीक है।
लत ऐसी की जान पर बन आई
जानकारी के मुताबिक जिले के देवरी क्षेत्र से आया मरीज नन्हेभाई पिता उम्मेद अहिरवार वार्ड में भर्ती है। उसके सीने में समस्या है। वह ठीक से सांस नहीं ले पा रहा है। इस कारण उसे ऑक्सीजन दी जा रही है। बीती रात जब वार्ड में सभी मरीज सो रहे थे, वार्ड खाली था। इस दौरान मरीज ने मौका पाकर बीड़ी पीने की कोशिश की। पत्नी ने भी बिना कुछ सोचे बीड़ी दे दी। मरीज ने ऑक्सीजन निकाली और कम्बल के अंदर ही मुंह छिपाकर बीडी सुलगा ली। बीडी सुलगते ही ज्वलनशील ऑक्सीजन होने के कारण आग भभकने लगी। मरीज कुछ समझ पाता इससे पहले ही कम्बल में आग लग गई। पास मौजूद पत्नी व मरीज चीख पड़े।
बड़ा हादसा टला
आग लगने और चीख-पुकार मचने से वार्डबॉय की नजर पड़ी। उसने गार्ड सहित फायर कर्मचारियों को सूचना दी। कर्मचारियों ने पहले ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर कंबल की आग बुझाई। अन्यथा आग बढ़ सकती थी। आग बुझाने के बाद फायर कर्मचारियों ने ऑक्सीजन की लाइन तथा वार्ड की चेकिंग कर आश्वस्त होने के बाद ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू की। इस दौरान वार्ड में करीब 20 मरीज भर्ती थे।
मरीज की हालत अब ठीक
आग भभकने और कंबल में लगने के कारण मरीज सीने के आसपास जल गया है। इसका डॉक्टरों ने आकर तुरंत इलाज किया। मरीज की हालत अब ठीक बताई जा रही है।
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