महिला सुरक्षा को लेकर कांग्रेस नेताओं ने किया प्रदेष स्तरीय उपवास
महिलाओं, बच्चियों के साथ दुष्कर्म, अत्याचार का गढ़ बन गया है मध्य प्रदेश: विजय लक्ष्मी साधौ मुख्यमंत्री की नाक के नीचे महिलाओं पर खुलेआम हो रहे हैं अपराध: विभा पटेल
कांग्रेस नेत्रियों ने महिलाओं-बच्चियों की असुरक्षा पर प्रदेश सरकार को घेरा
कांग्रेस के बेटी बचाओ अभियान के तहत प्रदेश स्तरीय उपवास कार्यक्रम में जितेन्द्र सिंह, कमलनाथ, दिग्विजयसिंह, जीतू पटवारी सहित प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे
भोपाल / प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी के आव्हान पर आज राजधानी भोपाल के रोषनपुरा चौराहे पर प्रदेष में लगातार अबोध बालिकाओं, महिलाओं के साथ हो रहीं दुराचार, बलात्कार, हत्या और विभिन्न घटनाओं के विरोध में महिला सुरक्षा को लेकर प्रदेष स्तरीय विषाल उपवास कार्यक्रम आहूत किया गया। उपवास कार्यक्रम में एक अनूठी पहल के साथ प्रदेष भर से कार्यक्रम में शामिल हुई महिलाओं ने ही संबोधन के माध्यम से प्रदेष सरकार महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार और अपराधों की घटनाओं को लेकर भाजपा सरकार को जमकर को घेरा।
उपवास कार्यक्रम में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव मप्र प्रभारी जितेन्द्र सिंह, प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व मुख्यमंत्रीद्वय कमलनाथ और दिग्विजय सिंह सहित पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव जी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह जी, राष्ट्रीय सचिव संजय दत्त जी, आनंद चौधरी जी, मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेष नायक, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र सिंह जी, पूर्व मंत्रीगण कांतिलाल भूरिया जी, रामेष्वर नीखरा, सज्जन सिंह वर्मा जी, कमलेश्वर पटेल जी, पीसी शर्मा आदि विषेष रूप से उपस्थित रहे।
पूर्व सांसद एवं अभा कांग्रेस की वरिष्ठ पदाधिकारी सुश्री मीनाक्षी नटराजन ने कहा कि महिलाओं के साथ हो रही घटनाएं बेहद संवेदनषील मुद्दा है, प्रदेष सरकार के मुखिया इन घटनाओं पर मौन बैठे हैं। यदि यही स्थिति रही तो प्रदेष की बहन-बेटियों का घर से निकलना दूभर हो जायेगा। इन स्थितियों को लेकर प्रदेष पूरे देष ही नहीं दुनिया में बदनाम हो रहा है। सरकार में बैठे लोग महिला सम्मान को लेकर बड़ी-बड़ी बाते करते हैं, लेकिन वास्तविक सच्चाई से नकारा नहीं जा सकता। सरकार महिलाओं को लेकर सख्ती से कदम उठाये, अन्यथा स्थिति और भी भयावह होती जायेगी।
पूर्व मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ ने मध्यप्रदेष सरकार पर सवाल करते हुये कहा कि महिलाओं, बच्चियों के साथ अपराध के मामले में मध्यप्रदेष अपराध का गढ़ बन गया है। प्रदेष की स्थिति बेहद गंभीर और चिंतनीय है। ऐसा कोई दिन नहीं जाता जिस दिन महिलाओं पर अत्याचार, दुराचार की घटना सुनने को नहीं मिलती हो। प्रदेष में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है।
मप्र महिला कांग्रेस की अध्यक्ष श्रीमती विभा पटेल ने आज के उपवास कार्यक्रम का संचालन करते हुये महिला विरोधी भाजपा सरकार पर जमकर निषाना साधा। श्रीमती पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री की नाक के नीचे भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री की कुर्सी के साथ-साथ गृहमंत्री की कुर्सी भी अपने पास रख रखी है, लेकिन वे दोनों कुर्सिंयों की जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह से असफल और नाकारा साबित हो रहे हैं। कुंभकरण की नींद सो रही सरकार।
सागर जिले की कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती रेखा चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेष की भाजपा सरकार केवल इंवेट और अपनी जेबें भरने में लगी हुई है, उसे महिलाओं की आवरू से कोई सरोकार नहीं है।
कांग्रेस की धर्म उत्सव प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रिचा गोस्वामी ने कहा कि प्रदेष में महिलाओं-बच्चियों के साथ घटनाओं से स्थिति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
उपवास कार्यक्रम को कांग्रेस नेत्रियां झूमा सोलंकी, माया राजेष त्रिवेदी, जयश्री हरिकरण, संतोष कंसाना, सविस्ता जकी, कविता त्रिवेदी, प्रियंका शर्मा, सुश्री अपराजिता पांडे, युवा नेत्री नेहा लिंबोदिया, सहित लगभग दो दर्जन से अधिक महिला कांग्रेस नेत्रियों ने संबोधित करते हुये भाजपा सरकार को जमकर घेरा।
महिला नेत्रियों ने भाजपा सरकार को घेरते हुये कहा कि मध्य प्रदेश दिन-प्रतिदिन महिलाओं और बच्चियों के लिए असुरक्षित प्रदेश बनता जा रहा है। पिछले दो महीने में जिस तरह से बच्चियों और महिलाओं के साथ बलात्कार एवं सामूहिक दुष्कर्म के समाचार मीडिया में आ रहे हैं, उससे महिला सुरक्षा को लेकर अत्यंत गंभीर खतरा खड़ा हो गया है। चाहे महू में सैनिकों के साथ मौजूद युवतियों से बलात्कार की घटनाएं हों, भोपाल के स्कूल में छोटी बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना हो, छतरपुर, खंडवा की घटना हो जहां बलात्कार पीड़िता के ऊपर आरोपी का बेटा पेट्रोल डालकर आग लगा देता है। प्रदेश के चार शहरों जबलपुर, रीवा, मैहर और दतिया से सामूहिक बलात्कारों की खबर सामने आती है। घर हो, स्कूल हो, सड़क हो या अस्पताल ऐसी कोई जगह नहीं बची जहां बलात्कारियों से बच्चियां महिलाएं सुरक्षित बच पा रही हों। महिलाओं और बच्चों से दुष्कर्म की घटनाओं में मध्य प्रदेश देश में अव्वल नंबर पर है हर रोज हो रहे हैं 20-22 घटनाएं रोज हो रही है। इन सब घटनाओं के बीच मध्य प्रदेश की सरकार कुंभकरण की नींद सो रही है और महिला सुरक्षा के लिए कोई भी ठोस उपाय अब तक नहीं किया गया है।
अभा कांग्रेस के महासचिव मप्र प्रभारी जितेन्द्र सिंह ने कहा कि महिला अधिकारों के प्रति भारतीय जनता पार्टी की सरकार कितनी असंवेदनशील है इसे इसी बात से समझा जा सकता है कि पिछले 4 वर्ष से राज्य महिला आयोग में अध्यक्ष का पद खाली पड़ा है। महिला आयोग में शिकायतों का अंबार लगता जा रहा है लेकिन सुनवाई करने के लिए वहां कोई जिम्मेदार व्यक्ति नहीं है।
प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री जो स्वयं गृहमंत्री भी हैं, उन्हें अब कोरी बयानबाजी छोड़कर महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के मामले में सख्त कदम उठाने चाहिए। अपराध की घटना घटने के बाद आरोपियों पर कार्रवाई करना अपनी जगह है, लेकिन असल बात है कि कानून व्यवस्था का ऐसा माहौल प्रदेश में तैयार किया जाए कि अपराधी इस तरह का कदम उठाने से भयभीत हों। प्रदेश में बेटियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म और अपराध की बढ़ती घटनाओं व प्रदेश को ड्रग माफिया का अड्डा बनाए जाने के खिलाफ एवं प्रदेष कांग्रेस द्वारा चलाये जा रहे ‘बेटी बचाओ अभियान’ के तहत मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आज राजधानी भोपाल के रोषनपुरा चौराहे पर प्रदेष स्तरीय उपवास कार्यक्रम वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति में किया गया। प्रदेश स्तरीय ‘उपवास’ में बेटियों की सुरक्षा को लेकर सरकार की सद्बुद्धि हेतु कामना की गई।
प्रदेष में महिलाओं-बच्चियों को लेकर स्थिति इनती भयानक हैं कि महू में सेना के अफसरों की मित्र युवतियों से बलात्कार की घटना, भोपाल के स्कूल में छोटी बच्ची के साथ दरिंदगी, छतरपुर में बलात्कारियों के हौसले कि पीड़िता के घर में घुसकर परिजनों को गोली मार देना, खंडवा में घर के बाहर खड़ी बलात्कार पीड़िता के ऊपर आरोपी का बेटा पेट्रोल डालकर आग लगा देना जैसे अनेकों घटनाओं से प्रदेष शर्मसार हुआ है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने बयान में कहा कि नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की 2023 की रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं से बलात्कार के मामले में मध्य प्रदेश देश में तीसरे नंबर पर है। इस अवधि में मध्य प्रदेश में बलात्कार के 3029 मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा 3049 महिलाएं छेड़खानी का शिकार हुई और 1445 महिलाएं शारीरिक शोषण का शिकार हुई। प्रदेश में पोस्को से जुड़े अपराधों में 5951 मामले दर्ज किए गए इनमें से बलात्कार के 3641 मामले हैं। महिलाओं और नाबालिग से हुए बलात्कारों को देखें तो प्रदेश में हर दिन 18 बलात्कार हो रहे हैं।
कमलनाथ ने कहा कि जबलपुर में 17 साल की लड़की से गैंगरेप, रीवा में कॉलेज छात्रा से बदला लेने के लिए गैंगरेप, मैहर में एक लड़की से गैंगरेप और दतिया में गैंगरेप की वारदातें 24 घंटे के भीतर सामने आई।
श्री दिग्विजयसिंह ने कहा कि महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा किसी भी राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। लेकिन मध्य प्रदेश में ऐसा लगता है कि पहले शिवराज सिंह चौहान की सरकार में और अब डॉक्टर मोहन यादव की सरकार में बेटियां लगातार असुरक्षित बनी हुई हैं। महिला सुरक्षा के मामले जब सरकार के सामने लाए जाते हैं तो उसे पर कार्रवाई करने की बजाय भाजपा के नेता कुतर्क करने पर ज्यादा ध्यान देते हैं।
कांग्रेस नेताओं ने प्रदेष सरकार को चेतावनी देते हुये कहा कि अगर मासूम बच्चियों, लाड़ली बहनों और महिलाओं के यौन शोषण की घटनाएं नहीं रूकी तो कांग्रेस प्रदेष में बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। इसके बाद भी अगर भाजपा की राज्य सरकार बच्चियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कदम नहीं उठाती है तो फिर मध्य प्रदेश बंद का आव्हान किया जाएगा। इसके पूर्व महिला कांग्रेस, एनएसयुआई, युवा कांग्रेस द्वारा भी प्रदेष भर में महिला अपराध को लेकर कार्यक्रम आयोजित किये गये हैं।
उपवास कार्यक्रम में पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, सुखदेव पाँसे, हर्ष यादव, उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे, राजीव सिंह, के.के. मिश्रा, विधायकगण आरिफ़ मसूद, आतिफ़ अकील, सिद्धार्थ कुशवाह, फूलसिंह बरैया, महेश परमार, नितेन्द्र राठौर, विक्रांत भूरिया, राजकुमार पटेल, सोहन वाल्मीकि, योगेष यादव, मितेन्द्र दर्षन सिंह यादव, रवि जोषी, राजकुमार पटेल, सुरेन्द्र चौधरी, प्रदीप अहिरवार, गोविंद गोयल, महेन्द्र जोषी, जे.पी. धनोपिया, गोविंद गोयल, डॉ. महेन्द्र सिंह चौहान, भूपेन्द्र गुप्ता, शैलेन्द्र पटेल, रवि सक्सेना, प्रवीण सक्सेना, अनोखी मानसिंह पटेल, प्रदीप अहिरवार, श्याम सुंदर श्रीवास्तव, आषुतोष चौकसे, अरूण श्रीवास्तव, भूपेन्द्र गुप्ता, विनोद सेन, संजय मसानी, षिवनारायण शर्मा, चंद्रकांत दुबे, जयश्री हरिकरण, रविन्द्र साहू झूमरवाला, कल्पना वर्मा, रामू टेकाम, विष्णु विष्वकर्मा, संतोष सिंह परिहार, आनंद जाट, अवनीष बुंदेला, अभिनव बरोलिया, जितेंद्र मिश्रा, अमित शर्मा, रवि वर्मा, डॉ संदीप सबलोक, विभा बिंदु डागोर, संतोष कंसाना, राजकुमार सिंह, सच सलूजा, अभिषेक शर्मा, दामोदर कोरी, निहाल अहमद, मुईनउद्दीन सिद्धीकी सहित प्रदेष भर के कांग्रेस पदाधिकारीगण और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।