भोपाल / बुन्देलखण्ड क्षेत्र के टीकमगढ़ जिले में गरीब किसान और महिला टीआई के बीच थप्पड़बाजी की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस घटना के पीछे भाजपा तथा सरकार से जुड़े जिम्मेदार लोगों द्वारा पिछले समय पुलिस के साथ कारित की गई अभद्रता की घटनाएं जिम्मेदार हैं। उक्त घटना में पुलिस द्वारा एकपक्षीय कार्यवाही कर घटना के पीड़ित गरीब किसानों और आम जनता पर जबरिया मामले दर्ज करना पक्षपात एवं अन्यायपूर्ण है। इस घटना में प्रथमतः दोषी टीआई पर भी समान कार्यवाही की जाए।
यह मांग मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया कोऑर्डिनेटर डॉ संदीप सबलोक ने कही है। उन्होंने कहा कि घटना को लेकर वायरल हुए वीडियो में यह साफ प्रमाणित होता है कि गरीब किसान की संदिग्ध मौत से आक्रोशित किसान न्याय और कार्यवाही के लिए इकट्ठा हुए थे। इस मामले में टीआई द्वारा सहानुभूति और संवेदनशीलता बरतने के बजाय दुःखी, आक्रोशित व निर्दोष गरीब किसान को न्याय देने के बजाय थप्पड़ मारना किसी भी तरह से संवैधानिक नहीं है।
उक्त घटना पर पीड़ित किसान द्वारा टीआई पर पलटवार करने की घटना को डॉ संदीप सबलोक ने दुर्भाग्यपूर्ण ठहराते हुए कहा कि करीब एक दशक में भाजपा और सरकार से जुड़े लोगों द्वारा पुलिस अधिकारियों और कर्मियों के साथ अभद्रता और अपमान की दर्जनों घटनाएं सामने आई हैं। जिनमें दोषियों को राजनीतिक संरक्षण देते हुए उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। टीकमगढ़ जिले में घटी उक्त घटना सरकार की इसी उदासीनता का परिणाम है जिसमें आम जनता भी भाजपा नेताओं के दुस्साहस से सीख लेकर पुलिस के अपमान पर उतर आई है।
कांग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर डॉ संदीप सबलोक ने पुलिस महकमे के मुखिया प्रदेश के डीजीपी तथा सागर संभाग के आईजी से मांग की है कि टीकमगढ़ की घटना में पुलिस द्वारा की जा रही एकपक्षीय कार्रवाई को रोकते हुए असंवैधानिक रूप से दुःखी और गरीब किसान को थप्पड़ मारनेवाली टीआई पर भी उन्हीं धाराओं के तहत समान रूप से मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाए तथा घटना के समय मौजूद दुःखी और निर्देश जनता को आरोपी बनाने के प्रयासों को रोका जाए।